स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने गुरुवार को मंडला, ब्यौहारी व चुरहट में जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग इतनी मोटी चमड़ी के हो गए हैं, अयोध्या में वे भगवान श्रीराम के प्रमाण पूछते हैं। उन्हें ये नहीं पता कि भगवान श्रीराम का जन्म वहीं हुआ था और वे अयोध्या के राजा थे। कांग्रेस के लोग भारतीय संस्कृति, सनातन संस्कृति को लज्जित करने का काम कर रहे हैं। हम हमारे देवी-देवताओं का अपमान किसी भी हाल में सहन नहीं करेंगे।
शक्ति की पूजा होनी चाहिएः Mohan Yadav
सीएम यादव ने कहा कि देश और प्रदेश में चुनाव का माहौल बना हुआ है। आज जिस बात का चुनाव हो रहा है हम सब जानते हैं। विधानसभा चुनाव में भी आपने प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई थी, इसलिए आपका आभार मानने आया हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय देवी शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्रि चल रही है। शक्ति की पूजा होनी चाहिए। ये शक्ति अर्जन करने का समय है। हमारे देश भारत में तो माताओं का सम्मान अलग प्रकार से और पहले किया जाता है। पहले माता और फिर भगवान का नाम लेते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश को ही भारत माता कहकर बुलाया जाता है।
Mohan Yadav बोले- विदेशी मेहमान को ताजमहल दिखाते थे
डॉ मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने कहा कि पहले हमारे यहां कोई विदेशी मेहमान आते थे तो उन्हें ताजमहल दिखाने के लिए ले जाया जाता था, ताजमहल की प्रतिकृति उन्हें भेंट की जाती थी। लेकिन क्या हमारे देश में देवी-देवताओं, मंदिरों की कमी है? क्या हमारे यहां ग्रंथों की कमी है? अब इस परंपरा को बदलते हुए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाहे अमेरिका के राष्ट्रपति आए या इंग्लैंड के प्रधानमंत्री आएं, हमारे पास श्रीमद भगवतगीता जैसे ग्रंथ हैं और इन ग्रंथों को भेंटकर वे हमारी संस्कृति की सुरक्षा कर रहे हैं।
कांग्रेस की सरकार कायर थी, आर्डर नहीं दे सकी
सीएम यादव ने चुरहट के हनुमानगढ़ में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आपने पहली बार वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी को वोट दिया था। मोदी की सरकार के पहले हमारे सैनिकों के सिर काटकर आतंकवादी ले जाते थे। दिल्ली में बैठी कांग्रेस सरकार कायर थी और कुछ नहीं करती थी। जवानों का खून खोलता था। बहादुर जवान देश की रक्षा करने के लिए सेवा देते थे, लेकिन सैनिक अनुशासन से बंधा होता है। उनको आर्डर देना होता है, लेकिन वो ऑर्डर देने का दम कांग्रेस में नहीं था, इसीलिए कभी दिल्ली और कभी मुंबई में बम फूटते थे।