स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रशिक्षु IPS अनु बेनीवाल बिजौली थाने की संभाल रही हैं। महिलाओं में पुलिसिंग का एक ऐसा चेहरा देखने को मिला, जिसने जुए और शराब की लत से बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके परिवारों को बचा लिया। पुलिस ने इन पर सख्ती करते हुए पकड़ा। अवैध शराब के धंधे को बंद कराया। अब जुआ और शराब की लत छूट गई तो जो पैसा कमाते हैं, वह घर जाकर पत्नी को देते हैं। पुलिस के डर से बुरी आदतें छूटने लगी हैं, इसी के चलते बिजौली थाने में आसपास के गांव की महिलाएं पहुंची। महिलाओं ने आईपीएस अनु बेनीवाल को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्होंने उनका परिवार बचा लिया।
IPS अनु बेनीवाल ने लगातार जुए के अड्डों पर दबिश दी
वर्तमान में बिजौली थाने की कमान प्रशिक्षु आईपीएस ( IPS ) अनु बेनीवाल संभाल रही हैं। उन्होंने यहां एक के बाद एक लगातार जुए के अड्डों पर दबिश दी। जुआ खिलाने वालों पर एफआइआर दर्ज की, इन्हें अवैध हथियारों के साथ पकडक़र जेल भेजा। इससे अब गांव में जुए की फड़ लगना बंद हो गई। ठिकाने बदल-बदलकर जुए की फड़ लगाने वालों पर सख्ती की गई तो अब गांव के जिन किसान, मजदूरों को जुए की लत थी, वह घर में ही रह रहे हैं। बिजौली थाने की हद में करीब 60 गांव आते हैं। यहां एक भी देशी शराब की दुकान नहीं है, इसके चलते बड़ागांव में रहने वाले सगे भाई पवन यादव और अजय यादव अवैध शराब बेचते थे। इन्हें 54 लीटर अवैध शराब के साथ पकड़ा और अवैध शराब का काला कारोबार बंद करा दिया। शराब के कारण महिलाओं को परिवार पालने में जो परेशानी हो रही थी, वह दूर हो गई। महिलाएं इकत्रित होकर थाने पहुंची और आइपीएस अनु बेनीवाल को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा इस कार्रवाई ने उनका परिवार बचा लिया। जब जुआ और अवैध शराब के अड्डे ही नहीं चलेंगे तो लत कैसे लगेगी।
महिलाओं ने कहा-अब खुशियां लौटने लगी
जब इस तरह की कार्रवाई से किसी का परिवार बच जाता है तो लगता है कुछ तो समाज के लिए किया। पुलिस का काम अपराधियों पर नकेल कसने के साथ सामाजिक बुराईयों के खिलाफ भी काम करना है। इस तरह की कार्रवाई सुकून देती हैं। महिलाएं मिलने के लिए थाने आई थीं, उन्होंने कहा- परिवार में जुआ-शराब की लत से खाने के लाले थे, अब खुशियां लौटने लगी हैं। ठ्ठ अनु बेनीवाल, प्रशिक्षु आईपीएस