स्वतंत्र समय, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने मुस्लिम आबादी के बीच पकड़ मजबूत करने के लिए बीजेपी ने ‘मोदी भाईजान’ ( modi bhaijaan ) के नारे के साथ बूथों पर मुस्लिम महिलाओं को पोलिंग एजेंट बनानी की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे फर्जी वोटिंग रोकने और मतदान प्रतिशतता बढ़ाने में मदद मिलेगी। वैसे प्रधानमंत्री के चेहरे को आगे रख कर पार्टी ने इस चुनाव जगह-जगह ‘मोदी भाईजान’ नारा बुलंद कर रही है। इसी नारे के साथ बीजेपी के कार्यकर्ता मुस्लिम आबादी के बीच जलसा या मीटिंग कर रहे हैं। लखनऊ की घनी मुस्लिम आबादी वाले रुस्तम नगर की गली में घूम-घूम कर प्रचार कर रही फरहा और तैय्यबा फातिमा बीजेपी की तरफ से इस चुनाव में पोलिंग एजेंट की जिम्मेदारी सम्भालने वाली हैं। दोपहर के वक्त महिलाओं के साथ सम्पर्क का कार्यक्रम रखा गया है। इसमें स्थानीय बीजेपी नेता को भी बुलाया गया है।
हमेशा से फर्जी वोटिंग का लगता रहा है आरोप
फर्जी वोटिंग के आरोप हर चुनाव में लगते रहे हैं। पहली बार यूपी में पार्टी ने उन मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मुस्लिम महिलाओं को ही एजेंट बनाने का फैसला किया है। जहां मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में वोट डालने आती हैं। इनमें ऐसे बूथ भी हैं जहां बीजेपी का बूथ स्ट्रक्चर नहीं है। इसके लिए कार्यशाला और मीटिंग्स के जरिए इनकी ट्रेनिंग करवायी गयी है।
तीन तलाक पर रोक के फायदे गिना रहीं महिला कार्यकर्ता
अब बीजेपी की ये महिला कार्यकर्ता न सिर्फ मुस्लिम बहुल इलाकों में महिलाओं के बीच अनिवार्य मतदान का प्रचार करती हैं, बल्कि इनको समझा भी रही हैं कि उनका वोट कितना जरूरी है। यही नहीं तीन तलाक पर रोक और बिना किसी भेदभाव के मुस्लिम आबादी को भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने की बात भी समझा रही हैं। इसके साथ ही नारा लग रहे हैं कि ‘दूरी है न खाई है, मोदी हमारा भाई है’। पोलिंग एजेंट बनने वाली कार्यकर्ताओं को यकीन है कि मुस्लिम महिलाओं को अब ये बात समझ में आ गयी है कि लोग अपने फायदे के लिए वोट डाल कर बुर्के को बदनाम करते हैं। जिन महिलाओं से ये मिल रही हैं उनको तीन तलाक पर रोक से हुए मुस्लिम महिलाओं के जीवन में आए बदलाव के बारे में भी बताया जा रहा है। ज्यादातर प्रचार मीटिंग दोपहर के वक्त हो रही हैं।
पोलिंग एजेंट बनाने का मकसद फर्जी वोटिंग रोकना
कार्यकर्ता फरहा का कहना है कि बूथों पर हमलोगों का पोलिंग एजेंट बनने का मकसद फर्जी वोटिंग को रोकना है। पूरे प्रदेश में 20 हजार ऐसे बूथों को चिह्नित किया गया है, जहां मुस्लिम बहुल आबादी है और उनमें पोलिंग एजेंट के रूप में 33 प्रतिशत मुस्लिम महिलाओं को जिम्मेदारी दी
जाएगी।
बीजेपी फर्जी वोटिंग रोकने के खिलाफ तैयारी में जुटी
इस बार के चुनाव में पहले से ही फर्जी वोटिंग का मामला उठ रहा है। हैदराबाद में भी ओवैसी के खिलाफ लडऩे वाली बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता ने भी ये मामला उठाया है। तो यूपी में बीजेपी ने पुराने मामलों का हवाला दिया है, जिनकी शिकायत पहले के चुनाव में निर्वाचन आयोग से पार्टी में की है। ऐसे में बीजेपी ने न सिर्फ मुस्लिम महिला कार्यकर्ताओं को इससे जोड़ा है, बल्कि पार्टी की रणनीति इस बहाने मुस्लिम बहुल इलाकों में महिला वोटरों और उनके जरिए उनके घर के पुरुष सदस्यों तक पहुंचने की भी है।