स्वतंत्र समय, भोपाल/अमेठी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने सोमवार को अमेठी से भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के समर्थन में रोड शो किया। यादव ने कहा कि भगवान राम और कृष्ण की धरती पर उत्तरप्रदेश में, मेरे पूर्ववर्ती आजमगढ़ से बिहार होते हुए मप्र पहुंचे थे। सुल्तानपुर मेरी ससुराल है इस नाते तो मेरा दोहरा रिश्ता है। दामाद होने के नाते आज अपनी ससुराल में आनंद आ रहा है।
Mohan Yadav बोले- कृष्ण भी हमारे साथ मुस्कुराएंगे
सीएम मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने कहा-चुनाव की बेला में हमारी बहन स्मृति ईरानी 56 इंच के सीने वाले मोदी जी के साथ खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जबरदस्ती प्रत्याशियों को लाकर परेशान है। कोई प्रत्याशी उनके साथ नहीं आ रहा है। सीएम ने कहा-मुझे मालूम है बड़ी संख्या में यहां यदुवंशी भी रहते हैं। मैं सभी यदुवंशियों से कहना चाहता हूं आप सब भाग्यशाली हो। 5 हजार साल पहले भगवान श्री कृष्ण ने धर्म की स्थापना के लिए पूरा जीवन कुर्बान किया। आज हमारे सामने पुन: वो समय आया है। भगवान अयोध्या में भगवान श्रीराम और उज्जैन में बाबा महाकाल के महालोक का आनंद आ गया तो हमारे मथुरा वाले कृष्ण कन्हैया ने क्या बिगाड़ा है? भगवान श्री कृष्णा भी आप और हमारे साथ मुस्कुराएंगे।
यहां कोई बच्चा मुख्यमंत्री क्यो नहीं बनता
सीएम ने कहा कि मैं उस पार्टी से आता हूं, जो सबका साथ, सबका विकास कहती नहीं है, करके भी दिखाती है। इसका प्रमाण मैं खुद हूं। विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि यहां के कई झंडा बरदारों ने कहा, वो कौन है? हम तो पहचानते नहीं। तुम क्यों पहचानोगे आप अपने घर वालों के अलावा किसी को वैसे भी पहचानते नहीं हैं। यहां का कोई और बच्चा मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? यह बनाने का दम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है। रामनवमी के दिन ठीक 12 बजे भगवान राम का 500 साल बाद सूर्य तिलक हुआ है और आज भाजपा की प्रत्याशी हमारी बहन स्मृति ईरानी का भी सूर्य तिलक हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्षों को इस्तीफा दे देना चाहिए
सीएम ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था, मप्र पूरा मोदी मय हुआ है। वर्तमान में पूरे देश में प्रचंड आंधी चल रही है। आज कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी ने प्रदेश अध्यक्ष की नगरी में फार्म जमा किया और विड्राल के दिन वापस ले लेता है तो उसमें हम क्या कर सकते हैं ? कांग्रेस ने घुटने टेक दिए हैं। मप्र के अंदर समाजवादी पार्टी ने घुटने टेक दिए हैं। वह लडऩा ही नहीं चाहते, उनमें दम नहीं बचा। खास बात यह है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जिस नगर में रहता हो, उस जिले का प्रत्याशी यदि अपनी लोकसभा की टिकट लौट रहा है, तो इसका मतलब है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा देना चाहिए।