सीताराम ठाकुर, भोपाल
मप्र भवन विकास निगम लिमिटेड ( building corporation ) में उप महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक सिविल, विधि सलाहकार आदि की भर्ती में भाजपा कार्यकर्ता के बेटे से पैसे मांगे जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता गिरीश कुमार कौशिक ने प्रधानमंत्री मोदी से शिकायत की है, लेकिन पीएमओ से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। इधर, सीएम हेल्पलाइन में अफसर मामले को इधर से उधर घुमाते रहे, जिससे मामला और पेचीदा हो गया है।
building corporation का गठन एक साल पहले ही हुआ
मप्र भवन विकास निगम ( building corporation ) का गठन भाजपा सरकार ने एक साल पहले ही किया है। इसके गठन के बाद इसमें उप महाप्रबंधक सिविल, सहायक महाप्रबंधक सिविल, डिजाइन एवं आर्किटेक्ट, विधि सलाहकार, प्रबंधक (एमआईएस), लेखापाल एवं केड ऑपरेटर के पदों को संविदा पर भरने के लिए 9 जून 2023 को विज्ञापन क्रमांक 1263 जारी किया गया था। इसमें उप महाप्रबंधक के 4 पद, सहायक प्रबंधक सिविल के 7 पद, सहायक महाप्रबंधक डिजाइन का एक पद, आर्किटेक्ट का एक पद, प्रबंधक का एक पद तथा लेखापाल और केड ऑपरेटर के पद भरने 45 लोगों की चयन सूची जारी की गई थी। इसमें से गिरीश कुमार कौशिक के बेटे का नाम सहायक महाप्रबंधक सिविल की सूची में 10 वे स्थान पर है, लेकिन इसके बाद भी उसे संविदा पर नहीं रखा गया।
पीएम के अलावा लोकायुक्त में भी शिकायत
भाजपा कार्यकर्ता एवं अल्प वेतन भोगी कर्मचारी गिरीश कुमार कौशिक ने पीएमओ को भेजी शिकायत में कहा-अत्यंत दुख के साथ आपको सूचित करना पड़ रहा है कि मप्र भवन विकास निगम में खुलेआम भर्ती घोटाला चल रहा है। प्रबंधन द्वारा लिमिटेड और अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, मुख्य महाप्रबंधक आदि अधिकारियों द्वारा मिलकर पैसे की मांग कर इस गंदे धंधे को चला रहे हैं। मेरा पुत्र निपुण कौशिक जो के 12 सितंबर 2023 को प्रात:11 बजे मप्र बिल्डिंग डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन में सहायक महाप्रबंधक पद के लिए साक्षत्कार देने गया था, जिसका क्रमांक 10 और आवेदन संख्या 116230000144 है और जब निपुण कार्यालय में पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि हमने साक्षात्कार आयोजित कर लिया है। पहले ही उम्मीदवार का चयन कर लिया है। अब आप बताएं कि सेटिंग पहले से है या नहीं। जब निपुण ने वहां मौजूद अधिकारी से बात की तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
मनी एक्सचेंज का खेल
कौशिक ने शिकायत में लिखा-फिर कुछ देर बाद निपुण ने जानकारी लेने की कोशिश की तो पता चला कि वहां मनी एक्सचेंज का धंधा चल रहा है। इसलिए ऐसे भर्ती के विज्ञापन को रद्द किया जाए और पैसे मांगने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग करने पर भी पीएमओ द्वारा शिकायत को सीएम हेल्पलाइन में भेज दिया गया।
सीएम हेल्पलाइन में घुमा रहे शिकायतकर्ता को
सीएम हेल्पलाइन में ये शिकायत क्रमांक 24385313 में दर्ज है। इसे तत्कालीन जीएडी सचिव संजय गुप्ता के पास भेजा गया। जवाब में लिखा-आपकी शिकायत का निराकरण अधिकारी द्वारा गलत दिया गया है। शिकायतकर्ता की असहमति पर शिकायत उच्च स्तर पर भेजी जा रही है और शिकायत निराकरण के लिए भोपाल कमिश्नर डॉ. पवन शर्मा को भेज दी गई, जबकि ये मप्र भवन विकास निगम के प्रबंध संचालक के पास भेजी जानी चाहिए थी। बाद में ये शिकायत एल-2 अधिकारी आशीष सिंह को भेज दी गई। यानि शिकायत को बार-बार एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी को भेजा गया, लेकिन उसका निराकरण नहीं किया।
हमने कोई भर्ती नहीं की
मप्र भवन विकास निगम के मुख्य महाप्रबंधक (ईएनसी) अनिल श्रीवास्तव ने कहा-हमारे यहां ऐसी कोई भर्ती नहीं की गई है। यदि कोई शिकायत है, तो हमको भेज दें, हम मामले की जांच करवा लेंगे।