स्वतंत्र समय, इंदौर
मप्र समेत देशभर में लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) के तीसरे चरण के लिए मंगलवार को मतदान होगा। मप्र में थर्ड फेस में 9 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चरण में प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपनी जीत के लिए काफी आशान्वित है। वहीं राजगढ के राजा यानी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह अपने गृह क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे है। हालांकि अपने ही क्षेत्र में उनका काफी वजूद है। इस बार उन्होंने पैदल यात्रा कर मतदाताओं से घर घर जाकर मिले है। उनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ये उनका अंतिम चुनाव है। गुना के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए भी यह चुनाव काफी चुनौती पूर्ण है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी हालांकि उस समय वे कांग्रेस के प्रत्याशी थे, लेकिन अब वे भाजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में है। उनका भी अच्छा माहौल बताया जा रहा है।
Lok Sabha Elections मे गुना में महाराज ने लगाया पूरा दम
लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) गुना सीट पर भाजपा ने केपी यादव का टिकट काटकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया है। वहीं, कांग्रेस ने यादवेंद्र यादव पर दांव लगाया है। इस सीट पर सिंधिया राजवंश का दबदबा रहा है। 2019 में हार के बाद सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। अब वह फिर से अपने पारंपरिक सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर यादव वोटरों की नाराजगी के कारण उनको ज्यादा जोर लगाना पड़ रहा है। यादवेंद्र यादव भी भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए है। उनके पिता स्व. देशराज यादव दो बार सिंधिया परिवार को टक्कर दे चुके हैं। हालांकि, उनको हार का सामना करना पड़ा था।
Lok Sabha Elections में राजगढ़ में राजा की सांख दांव पर
राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से चुनाव मैदान में हैं। वे 30 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री रहने से पहले वे यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं। अब इस बार उनका मुकाबला भाजपा के दो बार के सांसद रोडमल नागर से है। दिग्विजय सिंह ने जनता से भावनात्मक रूप से जुडऩे का प्रयास किया। उन्होंने सियासी जीवन का अंतिम चुनाव बता कर पूरी ताकत झोंक दी है। उनके पूरे परिवार ने घर-घर वोट मांगे। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ नाराजगी के चलते मोदी के चेहरे पर वोट मांग रही है।
Lok Sabha Elections में विदिशा में शिव ने की मार्जिन बढ़ाने पर मेहनत
विदिशा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव लड़ रहे हैं। यह भाजपा का गढ़ है। 2004 के बाद शिवराज विदिशा सीट पर लोकसभा का चुनाव लडऩे पहुंचे हैं। वे यहां से पांच बार सांसद रह चुके हैं। शिवराज चार बार मुख्यमंत्री रहे। उनके सामने कांग्रेस ने पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। उनको शिवराज सिंह चौहान एक बार चुनाव हरा चुके हैं। इस सीट पर शिवराज और उनका परिवार पूरी मेहनत से जुटा हुआ है। यहां पर जीत का मार्जिन बढ़ाकर वे प्रदेश में लोकप्रिय राजनीतिक चेहरे के रूप से उभरना चाहते हैं।