स्वतंत्र समय, ग्वालियर
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और राजमाता माधवी राजे ( Madhavi Raje ) का सिंधिया राजसी परंपरा से अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां माधवी राजे को मुखाग्नि दी। इससे पहले मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक कर्मकांड संपन्न कराए गए। ग्वालियर में सिंधिया छत्री पर राजमाता माधवी राजे को अंतिम विदाई देने के लिए कई वीवीआईपी और आम लोग भी पहुंचे। लोगों ने नम आंखों से राजमाता को अंतिम विदाई दी। इससे पहले रानी महल से पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें कई वीवीआईपी के साथ ही आमजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए हैं।
Madhavi Raje को कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह माधवी राजे ( Madhavi Raje ) की पार्थिव देह दिल्ली से ग्वालियर लाई गई। यहां रानी महल में लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माधवी राजे सिंधिया के पार्थिव देह के दर्शन कर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अंत्येष्टी में मंत्री प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सुरेश पचौरी, जयभान सिंह पवैया सहित पक्ष और विपक्ष के कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
राजपरिवार ने दी श्रद्धांजलि
मुखाग्नि से पहले राजघराने के रिश्तेदारों ने श्रद्धांजलि दी। इनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया, यशोधरा राजे सिंधिया के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया की भांजी के पति, पटियाला के राजा कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाती निर्वाण सिंह, कश्मीर रियासत के राजकुमार मार्तण्ड सिंह, ज्योतिरादित्य के बहनोई कश्मीर रियासत के उत्तराधिकारी विक्रमादित्य सिंह, भांजी मृगंका सिंह, पटियाला राजघराने की बहू एवं ज्योतिरादित्य की बहन चित्रांगदा राजे आदि शामिल थे।