स्वतंत्र समय, भोपाल
सतना जिले में चल रहे गेहूं उपार्जन के बीच उपार्जन केंद्र से निकला करीब एक करोड़ रुपए का 13 ट्रक गेहूं ( 13 trucks wheat ) लापता हो गया है। इस मामले में नागरिक आपूर्ति निगम,वेयर हाउसिंग कापोर्रेशन सहित पूरे प्रशासन में हडक़ंप मच गया है। अपर कलेक्टर ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
कारीगोही के उपार्जन केंद्र से 13 trucks wheat लापता
समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए जैतमाल बाबा स्व सहायता समूह को आवंटित ग्राम कारीगोही के उपार्जन केंद्र से वेयर हाउस के लिए लोड किया गया 13 ट्रक गेहूं ( 13 trucks wheat ) लापता हो गया है। इन सभी 13 ट्रकों की लोडिंग सिर्फ एक ही घंटे के भीतर गई। इन ट्रकों में लोड गेहूं को वेयर हाउस ले जाने के लिए टीसी 5 से लेकर 24 नंबर तक जेनरेट की गई। लेकिन बाद में ये टीसी सेंट्रल पूल के लिए एफसीआई द्वारा रैक में लोड कराए जाने के लिए डायवर्ट कर दी गई। जबकि न तो जिले में सेंट्रल पूल के लिए गेहूं के रैक लोड कराने का कोई आदेश है और न ही रेलवे के रैक पॉइंट पर ऐसा कोई रैक ही लगा हुआ है। ऐसे में गेहूं के ये ट्रक न तो वेयर हाउस पहुंचे और न ही रैक पॉइंट पर ले जाए गए। इस गेहूं का कोई हिसाब न तो वेयर हाउसिंग कॉपोर्रेशन के पास है और न ही एफसीआई के पास इसकी कोई जानकारी है।
भुगतान करने समूह को पैसा दिया
सूत्रों की मानें तो ये सभी टीसी एक्सेप्ट भी कर ली गईं नतीजतन इस गेहूं का भुगतान भी किसानों के खातों में करने के लिए जैतमाल स्व सहायता समूह उपार्जन केंद्र को कर दिया गया। जिन गाडिय़ों की टीसी जेनरेट की गई। उनमें से कुछ ऐसे ट्रक भी हैं जो 8 से 13 मई की अवधि में सतना जिले से बाहर दूसरे राज्यों में भाड़ा लेकर गए हुए थे। हालांकि उपार्जन और खाद्यान्न परिवहन करने वाले वाहनों में जीपीएस भी लगे हुए हैं जिनके जरिये इनकी लोकेशन का पता लगाया जा सकता है। गेहूं के इन ट्रकों की टीसी जेनरेट तो उपार्जन केंद्र से गेहूं परिवहन के लिए अनुबंधित ट्रांसपोर्टर ने की हैं लेकिन रैक पॉइंट के लिए उन्हें डायवर्ट नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम की ऑफिशियल आईडी से किया गया है।