स्वतंत्र समय, उज्जैन
मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में भगवान महाकाल ( Mahakal ) के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस साल गर्मी की छुट्टियों में 22 अप्रैल से 22 मई के बीच रिकॉर्ड 45 लाख भक्तों ने महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए हैं। यह संख्या न सिर्फ पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ती है, बल्कि यह शिर्डी के साईं बाबा मंदिर, सीकर के खाटू श्याम मंदिर और वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से भी ज़्यादा है।
यह वृद्धि उज्जैन में बने Mahakal लोक का प्रभाव
लोगों का कहना है कि यह वृद्धि उज्जैन में बने महाकाल ( Mahakal ) लोक का प्रभाव है। महाकाल लोक 18 हेक्टेयर में फैला एक विशाल परिसर है। इस लोक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 202& में किया था। यह परिसर भगवान महाकाल को समर्पित है। पहले के मुकाबले मंदिर का विस्तार किया गया है और दर्शनार्थियों के लिए सुविधाएं बेहतर की गई हैं। महाकाल लोक में कई धर्मशालाएं हैं जो भक्तों को रुकने की सुविधा प्रदान करती हैं।
कहां कितने श्रद्धालु पहुंचे
मंदिर प्रबंधन समिति के अनुसार यह संख्या शिर्डी के साईं बाबा मंदिर से तीन गुना और खाटू श्याम मंदिर से चार गुना ज्यादा है। वहीं वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 21 दिनों में कुल &5 लाख 99 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे। राजस्थान के श्याम खाटू मंदिर में 10 लाख 50 हजार और शिर्डी में 15 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।