स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक स्वाति मालीवाल ( Swati Maliwal ) इस वक्त सीएम के पीएम बिभव कुमार के कथित थप्पड़ कांड के चलते सुर्खियों में हैं। मालीवाल का आरोप है कि सीएम हाउस में बिभव ने न सिर्फ उन्हें थप्पड़ मारा बल्कि लात-घूसों से प्रहार किया। लोकसभा चुनाव के बीच इसे लेकर हो रही राजनीति भी खूब हो रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी छोडऩे जा रही हैं?
Swati Maliwal ने कहा ये दो-तीन लोगों की पार्टी नहीं
एक इंटरव्यू में मालीवाल ( Swati Maliwal ) ने साफ किया कि वो आम आदमी पार्टी नहीं छोड़ेंगी, क्योंकि यह दो या तीन लोगों की पार्टी नहीं है। अगर मैंने सच नहीं बोल रही होती, तो शायद मेरे और और पार्टी के बीच संबंध सुधर सकते थे। इतनी बुरी तरह से पीटे जाने के बावजूद, मैंने इतने बड़े चुनाव को देखते हुए खुद को शांत करने की कोशिश की। मुझे पता था कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया जाएगा। मैंने खुद को नियंत्रित करने की कोशिश की। विक्टिम शेमिंग के माध्यम से उन्होंने पूरे महिला आंदोलन को नुकसान पहुंचाया है। मैं पार्टी में ही रहूंगी क्योंकि यह दो या तीन लोगों की नहीं है। मैंने इसमें अपना पसीना और खून भी बहाया है।
मैं अन्ना आंदोलन में कोर कमेटी की सदस्य थी
स्वाति मालीवाल ने कहा कि केवल दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उनसे थप्पड़ कांड पर बात की है। उन्होंने कहा,लेकिन, वो एक संवैधानिक पद पर हैं। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या हुआ था और पूछा कि क्या मुझे पुलिस के साथ व्यवहार में कोई समस्या आ रही है। इससे पहले एक अलग इंटरव्यू के दौरान मालीवाल ने कहा था, मैंने इंजीनियर के रूप में अपनी नौकरी 2006 में छोड़ दी थी। फिर अरविंद केजरीवाल के साथ पूरा समय वालंटियर के तौर पर काम किया। मैं अन्ना हजारे आंदोलन की कोर कमेटी की सदस्य भी थी। मेरा खून और पसीना पार्टी की नींव में लगा है। मुझे मेरी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण सांसद बनाया गया।