स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
टी-20 वर्ल्ड कप ( T20 World Cup ) में भारत-पाकिस्तान मुकाबले के दौरान आतंकी हमले की धमकी दी गई है। यह मैच 9 जून को न्यूयॉर्क में आइसनहोवर पार्क में बने नसाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है। खतरे को देखते हुए शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
T20 World Cup में कोई गंभीर खतरा नहीं है
न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचल ने कहा- टी-20 वर्ल्ड कप ( T20 World Cup ) को लेकर कोई गंभीर खतरा नहीं है। हालांकि, उन्होंने पुलिस डिपार्टमेंट से सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने को कहा है। प्रशासन लगातार हर तरह की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। आतंकी संगठन आईएसआईएस खोरासन ने वीडियो जारी करके अपने हमलावरों से ‘लोन वुल्फ’ अटैक करने को कहा है। लोन वुल्फ अटैक को सिर्फ एक हमलावर अंजाम देता है। मार्च 2024 तक सामान्य पार्क रहे न्यूयॉर्क के आइसनहोवर में अब इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए स्टेडियम बन चुका है।
भारत और पाकिस्तान के सभी मैच अमेरिका में होंगे
टी-20 वर्ल्ड कप में 5-5 टीमों को 4 ग्रुप में बांटा गया। भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा गया है। इसी ग्रुप में आयरलैंड, कनाडा और अमेरिका भी हैं। भारत और पाकिस्तान अपने सभी मैच अमेरिका में ही खेलेंगे। भारत के शुरूआती 3 मैच न्यूयॉर्क और चौथा मैच फ्लोरिडा में होगा। टीम अपना पहला मुकाबला 5 जून को आयरलैंड, दूसरा मुकाबला 9 जून को पाकिस्तान, 12 जून को तीसरा मुकाबला अमेरिका और 15 जून को चौथा मुकाबला कनाडा से खेलेगी।
श्रीलंका पर हो चुका है हमला
2009 में श्रीलंका 3 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेलने पाकिस्तान गई थी। 3 मार्च 2009 को दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन गद्दाफी स्टेडियम के पास लाहौर में श्रीलंका की बस पर आतंकी हमला हुआ था। 12 आतंकियों ने टीम पर फायरिंग कर दी थी। हमले में टीम के कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगाकारा समेत 7 खिलाड़ी घायल हो गए थे।
पूर्वी अफगानिस्तान में एक्टिव हुआ आईएसआईएस-के
आईएसआईएस खुरासान (आईएसआईएस-के) का नाम उत्तरपूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में आने वाले क्षेत्र के नाम पर रखा गया है। यह संगठन सबसे पहले 2014 में पूर्वी अफगानिस्तान में एक्टिव हुआ। तब रूस के उग्रवादी समूहों के कई लड़ाके इसमें शामिल होने सीरिया पहुंच गए। इस साल मार्च में रूस की राजधानी मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल पर एक हमला हुआ था, जिसमें 143 लोग मारे गए थे। हमला 22 मार्च को हुआ था। इसकी जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली थी।