भोजपुर स्थित भोजेश्वर महादेव पर पूजा एवं जलाभिषेक के लिए मंदिर में भक्तों का उमड़ जन जनसैलाब.
मोहन योगी/ओबैदुल्लागंज- भोजपुर स्थित भोजेश्वर महादेव पर पूजा एवं जलाभिषेक के लिए मंदिर में भक्तों का उमड़ जन जनसैलाब आपको बता दें कि भोजेश्वर मंदिर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित भोजपुर नामक गांव में बना एक मंदिर है इसे भोजपुर मंदिर भी कहते हैं यह मंदिर बेतवा नदी के तट पर बिंद पर्वत मालाओं के बीच पहाड़ी पर स्थित है मंदिर का निर्माण इस शिवलिंग की स्थापना धार के प्रसिद्ध राजा भोज ने करवाई थी इस शिवलिंग की ऊंचाई 18 फीट है। भोजपुर में स्थित प्राचीन पौराणिक महादेवा भोजेश्वर शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए मंदिर में भक्तों का जबरदस्त जनसैलाब उमड़ पड़ा।
इसके साथ ही ओबैदुल्लागंज ब्लॉक क्षेत्र में स्थित बिलोटा धाम और केरी महादेव शिवलिंग पर पूजा और जलाभिषेक के लिए भी शिवभक्तों का ताता लगा रहा मंदिर पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए चार डीएसपी आठ टीआई सहित लगभग 200 जवानों की चप्पे-चप्पे पर ड्यूटी लगाई गई। पौराणिक महादेव भोजपुर मंदिर में आने के लिए दूर दराज से शिवभक्त पहुंच हैं। बमभोले के जयकारों से भोजपुर भोजेश्वर महादेव गुंजायमान हो उठा
शिवरात्रि के मौके पर शिवभक्त भोजेश्वर महादेव भोजपुर में लगभग एक लाख भक्तों ने किए दर्शन
मिली जानकारी के मुताबिक, शिवरात्रि के मौके पर लगभग एक लाख शिवभक्त भोजेश्वर महादेव में दर्शन करने पहुंचे। भोजपुर के चारों ओर बमभोले के नारों से पूरा शिवालय गूंज उठा। भोजपुर मन्दिर पर शिवभक्तों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल । शिवलिंग पर जलाभिषेक एवं पूजा लिए हजारों की संख्या में शिव भक्त देर रात से ही लंबी लाइन लगा रखी थी। मान्यता है कि भोजपुर भोजेश्वर महादेवा मंदिर में जलाभिषेक व पूजा से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी हो जाती है।
इस शिव मंदिर में जो भी शिवभक्त पूजा एवं जलाभिषेक करता है उसकी मनोकामना होती है।
बताया जाता है कि भोजपुर का ये भोजेश्वर महादेव मंदिर हजारों वर्ष पुराना परमार कालीन समय का है। ये मंदिर भोजेश्वर महादेव के नाम से विश्व प्रसिद्द है यहां एशिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है जिसकी ऊंचाई 18 फीट है बेतवा नदी के पास स्थित इस भोजेश्वर महादेव शिवमंदिर की शिवलिंग एक ही पत्थर की चट्टान से बना हुआ शिवलिंग है । पौराणिक कथा के अनुसार मान्यता है कि इस शिव मंदिर में जो भी शिवभक्त जलाभिषेक पुजा करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। इसी महत्व को देखते हुए शिवरात्रि पर लाखों की संख्या में शिवभक्त अपने आराध्य महादेव को गंगाजल, दूध, घी, बेलपत्र, धतूरा, फूल और फल चढ़ाकर जलाभिषेक करते हैं।
थाना टीआई संदीप चौरसिया ने बताया की सुरक्षा की दृष्टि से टीएसपी टीआई सहित 200 जवानों की चप्पे-चप्पे पर ड्यूटी लगाई गई। लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन