कलेक्टर-एसपी दफ्तर जलाया गया, छत्तीसगढ़ के छग में क्यों भड़का सतनामी समाज?

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिला इस समय जल रहा है। सतनामी समाज का गुस्‍सा अब हिंसा का रूप ले चुका है। धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में सतनामी समाज का आंदोलन सोमवार को हिंसा में बदल गया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी। कई सरकारी कार्यालय में तोड़फोड़ कर दी। भीड़ द्वारा पथराव करने के कारण अधिकारियों सहित कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में आईपीसी धारा-144 लगा दी है। वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मामले की जानकारी ली और इस पर रिपोर्ट मांगी है. वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मामले की जानकारी ली और इस पर रिपोर्ट मांगी है।

क्‍यों सुलग रहा बलौदाबाजार जिला…?

ये पूरा मामला जैतखंभ में तोड़फोड़ के बाद बड़ा हुआ है। आपको बता दें कि, 15 और 16 मई की आधी रात को कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम में पवित्र अमर गुफा में स्थित सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले ‘जैतखंभ’ में तोड़फोड़ कर दी थी। सतनामी समाज इस ‘जैतखंभ’ को एक पवित्र प्रतीक के रूप में पूजता आ रहा है। जब सतनामी समाज के लोगों को पता चला कि उनके जैतखंभ को नुकसान पहुंचाया गया है, तो उन्‍होंने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया, जिसने सोमवार को हिंसा का रूप ले लिया था।