स्वतंत्र समय, भोपाल
गुना से लोकसभा सांसद निर्वाचित होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा ( Rajya Sabha ) सीट रिक्त हो गई है। अब इस रिक्त सीट पर उपचुनाव होंगे। इस सीट ने राज्यसभा में जाने के लिए तीन दावेदारों के नाम सामने आए है। इनमें पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व सांसद केपी यादव तथा पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया दौड़ में शामिल हैं। हालांकि भाजपा ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में मप्र से दो ओबीसी, दो एसटी तथा एक एससी कोटे से मंत्री बनाया है। इससे लगता है कि ये राज्यसभा सीट सामान्य वर्ग को मिलेगी।
Rajya Sabha सीट फिर भाजपा के खाते में जाना तय
विधानसभा में संख्या के हिसाब से खाली होने वाली राज्यसभा ( Rajya Sabha ) सीट फिर भाजपा के खाते में जाना तय है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी एक बार फिर जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर उम्मीदवार तय करेगी। फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने दलित, ओबीसी व महिला कार्ड खेला था। इस बार ठाकुर या ब्राह्मण कोटे से यह पद भरे जाने की संभावना ज्यादा है। हालांकि लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अशोक नगर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह पूर्व सांसद केपी यादव को दिल्ली ले जाने का संकेत दिए थे। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा यादव को राज्यसभा का टिकट दे सकती है। वैसे मप्र में लोकसभा चुनावों में भाजपा को 29 में से 29 सीटें जीतने में पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की भूमिका को भी कम नहीं आंका नहीं जा सकता है।
अभी ये है मप्र से राज्यसभा सदस्य
वर्तमान में मप्र से भाजपा के राज्यसभा सदस्यों में ओबीसी से बंशीलाल गुर्जर, कविता पाटीदार, डॉ. एल मुरुगन, सुमित्रा बाल्मीक दलित समाज से उमेश नाथ महाराज के अलावा कांग्रेस से दिग्विजय सिंह , विवेक तन्खा, अशोक सिंह सांसद है। अप्रैल में रिक्त हुई सीटों के जरिए ज्योतिरिादित्य सिंधिया को भी राज्यसभा भेजा गया था, लेकिन अब वह लोकसभा से सांसद है। इस तरह भाजपा से अभी तीन ओबीसी और एक दलित समाज से राज्यसभा सदस्य है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि जातीय समीकरण के हिसाब से अब ठाकुर या ब्राह्मण को मौका दिया जा सकता है। नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मंत्री और ब्राह्मण चेहरा हैं। वे अमित शाह के करीबी है और न्यू जॉइनिंग टोली के संयोजक रहे। जानकार कहते हैं कि डॉ. नरोत्तम मिश्रा की दावेदारी राज्यसभा के लिए मजबूत मानी जा रही है।