स्वतंत्र समय, इंदौर
यशवंत क्लब ( Yashwant Club ) के चुनाव में छह बार के चेयरमैन मनजीत सचदेवा (टोनी) ने रिकार्ड 7 वीं बार जीत हासिल की। उन्होंने अपने ही गुट से अलग होकर चुनाव में उतरे संतोष वाघले को भारी अंतर 541 वोट से हराया। वहीं टोनी गुट के विपिन कूलवाल ने सह सचिव पद पर वाघले गुट की अश्विनी पुराणिक को 507 वोट से करारी शिकस्त दी है।
ओल्ड डेलियंस Yashwant Club का बड़ा वोट बैंक है
वाघले की इस करारी हार की सबसे बड़ी वजह उनका ओल्ड डेलियंस नहीं होना रहा। टोनी सचदेवा ओल्ड डेलियंस है और यशवंत क्लब ( Yashwant Club ) में यह ग्रुप सबसे बड़ा वोट बैंक है, जिसने एकतरफा टोनी के पक्ष में वोटिंग की। वहीं वाघले का पहले इसी गुट में रहना और चुनाव के मात्र 18 दिन पहले मैदान में उतरना भारी पड़ गया। इतने कम समय में वह 4500 मतदाताओं तक पहुंच ही नहीं सके। इसी तरह पुराणिक की क्लब में कम सक्रियता मुख्य वजह रही, महिलाओं ने भी ज्यादा वोट नहीं दिए ।
अब होगा सदस्यता देने का काम
क्लब में पूरी बहुमत से टोनी- गोरानी पैनल आ चुकी है। इस पैनल का सबसे अहम लक्ष्य है क्लब में सौ सदस्यों को सदस्यता देते हुए इससे आने वाले फंड से क्लब का बड़े स्तर पर विकास। इसके पहले संविधान संशोधन विवाद और इसमें लगी आपत्तियों और पारदर्शिता की कमी के चलते यह नहीं हो सका। अब इस पैनल के पास क्लब का भरोसा है और बहुमत भी। इसमें हर साल 25-25 सदस्यों को सदस्यता देकर क्लब का काम हो सकेगा। हालांकि इसमें सबसे बड़ी बात रहेगी किसे सदस्य चुन रहे हैं इसके लिए पूरी पारदर्शिता रखी जाए। यशवंत क्लब के चुनाव रविवार को हुए। वोटिंग सुबह 10 से शाम 4 बजे तक हुई। क्लब के करीब 4600 मेंबर है लेकिन वोट डालने 2199 ही पहुंचे। कम वोटिंग ने चुनाव में खड़ी दोनों पैनल को परेशानी में डाल दिया। शाम पांच बजे मतगणना शुरू हुई। इसमें चेयरमैन पद के लिए खड़े उम्मीदवार टोनी सचदेवा ने शुरुआत राउंड में ही अच्छी बढ़त बना ली। चुनाव में 2199 मेंबर ने डाले वोट:चेयरमैन पद उम्मीदवार टोनी सचदेवा को काउंटिंग की शुरुआत में मिली बढ़त।