स्वतंत्र समय, सागर
बुधवार को कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने अपने बंगले पर पत्रकारवार्ता का आयोजन किया। जिसमें बस ऑपरेटर ( Bus operators ) एसोसियेशन के सदस्य शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री श्री राजपूत ने कहा हमें ऐसा कोई कार्य नहीं करना है, जिससे आम जनता परेशान हो। जनता के हित के लिए यह अत्याधुनिक, सर्वसुविधायुक्त बस स्टैंड बनाए गए हैं, ताकि शहर का ट्रैफिक कम हो। दुर्घटनाओं की संभावना कम रहे तथा हमारा शहर भी महानगरों की तरह यातायात में सुविधाजनक हो, लेकिन कुछ भ्रांतियां और गलतफ हमियों के कारण बस ऑपरेटर हडताल पर चले गए थे। सभी लोगों से बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई, इसके बाद सभी बस ऑपरेटर हड़ताल खत्म कर बसों का संचालन करेंगे।
Bus operators की 6 दिन चली हड़ताल
बस संचालन सिर्फ व्यापार नहीं जनसेवा भी है। हम सब की ओर से बस ऑपरेटरों ( Bus operators ) को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं कि उन्होंने जनता की परेशानी को समझा और अपनी हड़ताल समाप्त की। आगे इस तरह की कोई स्थिति निर्मित नहीं होगी, जिससे हमारे शहरवासी, आमजन परेशान हों। दरअसल, सागर में आरटीओ और भोपाल रोड पर दो नए बस स्टैंड बनाए गए हैं। 15 मई को पुराने बस स्टैंड से बसों को नए बस स्टैंडों पर शिफ्ट किया गया। बसों का संचालन नए बस स्टैंडों से शुरू हुआ। इस दौरान बसों के आवागमन के लिए अस्थाई रूट तिली, तहसीली, सिविल लाइन होते हुए मकरोनिया मार्ग दिया गया था। लेकिन 12 जून को जिला प्रशासन ने सिविल लाइन रूट को दुर्घटना संभावित बताते हुए बसों के संचालन को बंद करने का आदेश जारी किया। आदेश जारी होते ही बस ऑपरेटर ने हड़ताल कर दी। बसों की पहिए थम गए। बस ऑपरेटर पुराने बस स्टैंड से बसों का संचालन कराने की मांग को लेकर अड़ गए। गौरतलब है कि 6 दिन तक चली हड़ताल के दौरान मंगलवार को जिला प्रशासन और बस ऑपरेटर के बीच चर्चा हुई। लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। बुधवार सुबह फि र बस ऑपरेटर, प्रशासन और मंत्री, विधायक के साथ बैठक रखी गई। जिसमें बस हड़ताल खत्म करने पर सहमति बनी है। बस ऑपरेटर की मांग के अनुसार तहसीली, सिविल लाइन होते हुए मकरोनिया मार्ग से बसों के संचालन की अनुमति दी गई। जिस पर बस ऑपरेटरों ने हड़ताल वापस ले ली है।
यदि कोई दुर्घटना हुई तो बस ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार
मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि नए बस स्टैंड से मकरोनिया तक 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बसों का संचालन किया जाएगा। किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर बस मालिक जिम्मेदार रहेंगे। मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि बस मालिकों को उनके ऑफि स के संचालन के लिए नए बस स्टैंड पर जमीन आवंटित की गई है, जिस पर वह अपना ऑफि स स्थापित कर बसों का संचालन करेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार डॉ.सर हरिसिंह गौर बस स्टेण्ड के पुराने दुकानदारों को भी जमीन प्रदान की जाएगी। बस संचालकों के साथ हुई बैठक में यह भी निश्चित किया गया कि दोनों नए बस स्टैंड से बसों का संचालन होगा एवं राजघाट चौराहा, स्वीडिश मिशन स्कूल के पास और कठुआ पुल पर यात्री प्रतीक्षालय बनाए जाएंगे। जहां बसें रुककर सवारी ले सकेंगी।