इंदौर क्लीन सिटी से ग्रीन सिटी की ओर बढ़ रहा : Kailash Vijayvargiya

विपिन नीमा, इंदौर

इंदौर शहर को नजदीकी से जानने वाले कैलाश विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya )  इंदौर को ग्रीन सिटी बनाने के लिए ही चार घंटे में 51 पौधे लगाकर गिनीज रिकार्ड बनाने अनोखा कीर्तिमान दर्ज कराने का प्रयास कर रहे है।एक हरा-भरा शहर पर्यावरण को बेहतर बनाता है, समृद्ध जैव विविधता सुनिश्चित करता है, वायु प्रदूषण को कम करता है, जल भंडारण सुनिश्चित करता है, शोर को कम करता है और गर्म मौसम में ठंडक पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा, हरे-भरे वातावरण में रहने, काम करने और मनोरंजन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य और सामाजिक संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शहर में शुद्ध वातावरण पैदा करने तथा शहर के लोगों को राहत देने के प्रयासों के तहत जल्द ही इंदौर 51 लाख हरे – भरे तथा विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाने का लक्ष्य तैयार किया है। इस अद्भूत काम को करने के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बीड़ा उठाया है। हरे भरे पेड़ पौधे लगाने के लिए तैयारियां शुरु हो चुकी है। कहां कहां लगाए जाने है इसके लिए सरकारी जमीने , शासकीय कार्यालयों , खुले मैदानों खुले मकानों , फूटपाथ आदि स्थानों को खोजा जा रहा है। यह अभियान वैसे ही चलेगा जैसा स्वच्छता अभियान चलाया था।

Kailash Vijayvargiya बोले- स्वच्छता में हम कहां थे और कहां पहुंच गए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से ऐलान किया था की स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश को स्वच्छ बनाया जाए। मोदी के इस ऐलान के बाद पूरे देश में स्वच्छता अभियान शुरु हुआ। 75 शहरों से इस अभियान की शुरुआत हुई थी। भारत सरकार की इस घोषणा के बाद सफाई का सिलसिला चल पड़ा और देखते ही देखते सफाई लोगों के दिल में बैठ गई। आठ साल पहले यानी 2014 में स्वच्छता अभियान शुरु हुआ था। पूरे देश में चले इस अभियान के तहत पहली ही बार में मैसूर शहर ने स्वच्छता का पहला खिताब जीता था और इंदौर 25 वे क्रम पर था। पूरे देश में 25 वें नम्बर पर आने के बाद इंदौर के नगर निगम के अफसरों और सफाई कर्मचारियों ने निगम के सफाई आपरेशन इस कदर काम किया की इंदौर 25 से सीधे पहली पायदान पर पहुंच गया। सात बार से इंदौर स्वच्छता में पहले स्थान पर चल रहा है। आज पूरे देश में इंदौर क्लीन सिटी के नाम से जानी जाती है। क्लीन सिटी इंदौर ने अब ग्रीन सिटी की और कदम बड़ा लिया है।

एक कार्यक्रम से निकला एक महाअभियान

पिछले कई दिनों से लगातार शहर में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है। इस दौरान भीषण गर्मी, चिलचिलाती धूप, गर्म हवा के थपेड़े, लू, उमस, चिपचिपाती गर्मी इन सभी से शहर वासी परेशान है। गर्मी के कारण लोगों में बैचेनी बढ़ती जा रही थी। इसी बीच पिछले दिनों मंत्री कैलाशजी ने एक कार्यक्रम में इंदौर में रिकॉर्ड गर्मी के तापमान पर चिंता व्यक्त की और व्यापक वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि आने वाली पीढिय़ों को शुद्ध ऑक्सीजन और प्रदूषण से मुक्ति मिल सके.। मोहन यादव सरकार में शहरी विकास मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि शहर के लोगों को राहत देने के प्रयासों के तहत निकट भविष्य में 4 घंटे की अवधि में 51 लाख पौधे लगाए जाएंगे.। कैलाश जी ने विश्वास जताते हुए कहा की जिस तरह से हमने शहर को क्लीन सिटी बनाई है ठीक उसी प्रकार इस क्लीन सिटी को अब ग्रीन सिटी बनाएंगे। कैलाशजी ने इस महाअभियान के लिए पूरे शहरवासियों से अपील की है की अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए।

आने वाली पीढिय़ों को शुद्ध ऑक्सीजन मिले

शहर को हरा भरा बनाने निकले मंत्री कैलाश जी का यह भी कहना है की अगर इंदौर में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बीच समाज को हरियाली बढ़ाने की आवश्यकता के बारे में जागरूक नहीं किया गया, तो आने वाले दिन पर्यावरण के लिए कठिन होंगे। शहर में हरित क्रांति होना महत्वपूर्ण है ताकि आने वाली पीढिय़ों को शुद्ध ऑक्सीजन मिले और प्रदूषण से मुक्ति मिले।

टॉप 10 ग्रीन शहरों में शामिल नहीं है इंदौर

स्वच्छता में सबसे बड़ा चल रहा इंदौर शहर अभी ग्रीन सिटी के मामले में पीछे है। देश के टॉप 10 शहरों में इंदौर का नाम नहीं है। देश के हरे भरे ये है 10 शहर…

  1. मैसूर
  2. बैंगलूर
  3. चंडीगढ़
  4. गांधीनगर
  5. जमशेदपुर
  6. शिमला
  7. गुहावटी
  8. पुणे
  9. हैदराबाद
  10. जयपुर