इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट में टिही में बन रही पश्चिम रेलवे की सबसे बड़ी तीन किमी की टनल के आखिरी ढाई मीटर की रुकावट को दूर कर दिया है। बारिश की दिक्कतों के बीच रेलवे अब तेजी से टनल की फिनिशिंग और ट्रैक बिछाने का काम कर रही है। इसी साल दिसंबर आखरी तक यह काम हो जाएगा। अगले वर्ष मार्च तक इंदौर से धार, गुजरात व महाराष्ट्र ट्रेन से सीधे कनेक्ट करेगी।
पश्चिम रेलवे के जीएम अशोक कुमार मिश्र व डीआरएम रजनीश कुमार टनल पर गए थे। दोनों अधिकारियों की उपस्थिति में टनल को ब्रेक-थ्रू किया गया। इसके लिए टनल के 1800 मीटर के पॉइंट पर 190 किलो बारूद भरा गया। बारूद को 600 मीटर की दूरी से जीएम मिश्र ने बटन दबाकर ब्लास्ट किया। 5 सेकंड के अंदर तीन बार धमाके हुए। इसके बाद टनल दोनों तरफ से आर-पार हो गई। अब एक-दो दिन के अंदर मलबा हटाया जाएगा। इसके बाद फिनिशिंग वर्क व रेलवे ट्रैक डालने का काम शुरू होगा। इस काम के बाद इंदौर से धार के लिए इस ट्रैक पर ट्रेन चलने लगेगी।