स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्य सचिव ( CS ) के पद पर वीरा राणा अपना कार्यकाल पूरा करेंगी। वैसे तो वे 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं, लेकिन मप्र सरकार ने उन्हें केंद्र से छह महीने का एक्सटेंशन दिलाया था। इस हिसाब से उनका कार्यकाल 30 सितंबर को पूरा होगा। क्योंकि राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह के कार्यकाल इसी के चलते बढ़ा गया है। यानी सीएस राणा को बीच में बदलने की संभावना नहीं है। अब सीएम सचिवालय में एसीएस डॉ. राजेश राजौरा 1 अक्टूबर से मप्र के नए मुख्य सचिव बनाए जाएंगे। उनके आदेश 30 सितंबर को जारी होंगे। इसके पहले ही सरकार ने राजौरा से सीनियर दो अफसरों को मंत्रालय से बाहर पदस्थ कर दिया है।
डॉ. राजौरा अगले CS बनने जा रहे हैं
एक दशक से पावरफुल विभागों में पदस्थ रहे अपर मुख्य सचिव ( CS ) जेएन कंसोटिया को लूप लाइन में भेज दिया गया है। उन्हें प्रशासन अकादमी का महानिदेशक बनाया है। वहीं, प्रशासन अकादमी के महानिदेशक विनोद कुमार को संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान में पदस्थ किया है। ये दोनों अफसर राजौरा से सीनियर थे। क्योंकि मोहन सरकार डॉ. राजौरा को अगला मुख्य सचिव बनाने जा रही है। इसलिए इन दोनों अफसरों को मंत्रालय से बाहर किया गया है। वहीं, एसीएस मो. सुलेमान ही ऐसे अफसर हैं जो डॉ. राजौरा के सीनियर हैं। नर्सिंग घोटाले को लेकर विपक्ष द्वारा विधानसभा में लगाए गए सवालों की वजह से सुलेमान को अभी मंत्रालय में ही रखा जाएगा। सुलेमान को संभवत: माध्यमिक शिक्षा मंडल का चेयरमैन बाद में बनाया जाएगा। उधर, सरकार ने तीन महीने पहले ग्वालियर के संभाग आयुक्त बनाए गए डॉ. सुदाम खाड़े को वापस भोपाल बुलाकर उन्हें आयुक्त जनसंपर्क की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विस सत्र के बाद बदले जाएंगे कलेक्टर
राज्य सरकार द्वारा विधानसभा सत्र के तीन दिन पहले सीनियर स्तर के आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं, लेकिन कलेक्टरों के तबादले अब सत्र के बाद किए जाएंगे। कलेक्टर बनने के लिए 2010 बैच की प्रमोटी आईएएस सपना निगम, 2011 बैच की सीधी भर्ती की आईएएस नेहा मारव्या के अलावा प्रमोटी प्रीति जैन, हरिसिंह मीना, उषा परमार, सरिता बाला प्रजापति, गिरीश शर्मा, 2012 बैच के कृष्णदेव त्रिपाठी, राजेश बाथम, दिनेश कुमार मोर्य, विवेक श्रोत्रिय, राजेश कुमार ओगरे, भारती ओगरे, 2013 बैच की मीनाक्षी सिंह, कैलाश वानखेडेÞ, अमर बहादुर सिंह, नीरज वशिष्ठ, रूही खान, पवन कुमार जैन, दिलीप कापसे आदि कलेक्टर नहीं बन सके हैं, जबकि सरकार ने 2015 बैच की सीधी भर्ती की आईएएस संस्कृति जैन को कलेक्टर बना दिया है। इससे 2015 बैच की अदिति गर्ग, पर्थ जैसवाल, रोशन कुमार सिंह आदि की कलेक्टर बनने की संभावना बढ़ गई हैं।
बीपी सिंह का कार्यकाल बढ़ाया
राज्य सरकार ने राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह का कार्यकाल बढ़ा दिया है। यह आदेश नए आयुक्त की नियुक्ति होने तक के लिए लागू रहेंगे। बसंत प्रताप सिंह बढ़े हुए कार्यकाल में छह महीने तक रह सकते हैं। जीएडी ने आदेश में कहा गया है कि 31 दिसंबर 2018 को सिंह को राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्त करने के आदेश जारी किए गए थे। एक जनवरी 2019 को बीपी सिंह ने राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर जॉइन किया था। इसकी अवधि 30 जून को पूरी हो रही है, इसलिए राज्य निर्वाचन आयुक्त सेवा शर्तें नियम 1994 के नियम 5 के अंतर्गत दिए अधिकारों के आधार पर उनका कार्यकाल बढ़ाया गया है। इसमें प्रावधान है कि राज्य निर्वाचन आयुक्त का कार्यकाल खत्म होने के बाद उत्तराधिकारी नियुक्त होने और उसके पद ग्रहण करने तक पद पर बने रहेंगे, लेकिन यह अवधि छह महीने से ज्यादा नहीं होगी।