दिल्ली ने जून की शुरुआत में इतिहास में सबसे भीषण हीटवेव को सहन किया था। मुंगेशपुर में पारा 52 डिग्री के पार चला गया था। अब दिल्ली को दशकों में सबसे ज्यादा बारिश का सामना करना पड़ रहा है। भारत के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 27 जून गुरुवार सुबह 8:30 बजे से 28 जून शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक यानी 24 घंटे में राजधानी में 228.1 mm बारिश हुई। यहां 88 साल बाद जून महीने में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। इससे पहले जून 1936 में 24 घंटे में 235.5 मिमी बारिश हुई थी।
सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात
भारी बारिश के कारण से सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात हो गए। 4 से 5 फीट पानी भर जाने से कारें डूब गईं। कई जगहों पर नावें भी चलीं। ट्रैफिक जाम होने से लोग कमर तक पानी में डूबकर रास्ता पार करने के लिए मजबूर हो गए। किसी की कार डूब गई, किसी की बाइक बीच सड़क पर बंद हो गई।
एयरपोर्ट पर टर्मिनल 1 की पार्किंग की छत गिरी
एयरपोर्ट पर सुबह टर्मिनल-1 पर पार्किंग की छत गिरने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 6 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि छत के अलावा ‘बीम’ भी गिर गए, जिससे टर्मिनल के ‘पिक-अप और ड्रॉप’ क्षेत्र में खड़ी कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे के बाद हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू खुद टर्मिनल वन पर पहुंचे थे और अधिकारियों से सारी जानकारी ली थी। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की और हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा करते हुए कहा, ”मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए की मदद राशि दी जाएगी जबकि घायलों को 3 लाख रुपए दिए जाएंगे। यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।’