स्वतंत्र समय, भोपाल/उज्जैन
संसद में सोमवार को राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के हिंसक वाले बयान का विरोध शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राहुल गांधी को नाक रगडक़र माफी मांगनी चाहिए। इधर, उज्जैन में भी दिगंबर अखाड़ा के संतों ने मंगलनाथ मंदिर रोड पर इक_ा होकर नारेबाजी की। साथ ही, माफी मांगने और बयान वापस लेने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी।
Rahul Gandhi के बयान पर लोकसभा में भी हंगामा
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने संसद में कहा-जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा; नफरत, नफरत, नफरत; असत्य, असत्य, असत्य। इस बयान पर लोकसभा में भी हंगामा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खड़े होकर आपत्ति जताई। इसके अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह आदि ने भी आपत्ति जताई।
पूरा हिंदू समाज लज्जित हुआ: सीएम
राहुल गांधी के हिंसक वाले बयान पर डॉ. मोहन यादव ने कहा-राहुल के बयान से पूरा हिंदू समाज लज्जित हुआ है। हिंदुओं को हिंसक बताना उनकी ओछी मानसिकता का परिचायक है। देश में नेता प्रतिपक्ष हिंदुओं को लज्जित करेंगे, तो उन्हें कैसे बर्दाश्त कर सकता है। इस कारण राहुल गांधी को नाग रगडक़र माफी मांगनी चाहिए।
महंत बोले- माफी मांगें राहुल
दिगंबर अखाड़ा के महंत शिवदास त्यागी ने कहा-राहुल गांधी हिंदुओं को आहत करने का काम कर रहे हैं। सभी लोग राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बहिष्कार करें। 20 लाख नागा साधु सडक़ पर आ गए, तो कांग्रेस को भागने के लिए जगह नहीं मिलेगी। कांग्रेस इस पर माफी मांगे। नहीं तो संत समाज सडक़ों पर प्रदर्शन करेगा। अखाड़े के ही विनय दास जी महाराज ने कहा कि महाकाल की सवारी पर पत्थर कौन फेंकता है? क्या सनातनी इस तरह के काम करते हैं।