देश का वार्षिक रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण 1.27 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, पिछले साल से 17% अधिक

रक्षा मंत्रालय ने 5 जुलाई शुक्रवार को कहा कि भारत का स्वदेशी रक्षा उत्पादन 2023-24 में बढ़कर 1.27 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 16.7% की बढ़ोतरी का श्रेय सरकारी नीतियों और आत्मनिर्भरता पहल को दिया गया।

उद्योग को बधाई देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार भारत को अग्रणी वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए ज़्यादा अनुकूल व्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मेक इन इंडिया आयोजन साल दर साल नए मील के पत्थर पार कर रहा है।”

मंत्रालय ने एक बयान में कहा: सभी डीपीएसयू, रक्षा वस्तुओं को बनाने वाले बाकि सार्वजनिक उपक्रमों और निजी फर्मों से लेकर आंकड़ों के मुताबिक, देश में रक्षा उत्पादन का मूल्य रिकॉर्ड-उच्च आंकड़े यानी 1,26,887 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्तीय साल के रक्षा उत्पादन की तुलना में 16.7% की बढ़ोतरी दिखाता है।

मंत्रालय ने कहा कि 2023-24 में उत्पादन के कुल मूल्य में से करीब 79.2% डीपीएसयू और बाकी पीएसयू से आया, और 20.8% निजी क्षेत्र से आया। मंत्रालय ने कहा कि निरपेक्ष मूल्य के संदर्भ में, डीपीएसयू/पीएसयू और निजी क्षेत्र दोनों ने रक्षा उत्पादन में स्थिर बढ़ोतरी की है।