शिवपुरी में व्यक्तियों और जंगली जानवरों की देखभाल के लिए वन विभाग बड़ी दीवार बना रहा है। 13.5 किमी लंबी व 12 फीट ऊंची दीवार माधव नेशनल पार्क और शहर के बीच बन रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि मप्र के पन्ना व राजस्थान के सरिस्का के बाद शिवपुरी का माधव पार्क देश का 3 नेशनल पार्क है, जहां टाइगर 1990 में पूरी तरह खत्म होने के बाद दोबारा इनकी बसने की कवायद चल रही है।
मार्च 2023 में यहां 2 मादा और 1 टाइगर पन्ना, बांधवगढ़ और कान्हा से शिफ्ट हुए थे। जो यहां विशाल बोमा में रखे गए हैं। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने 2 और बाघों को शिफ्ट करने की इजाज़त दी है। अभी यहां 3 बाघ है, लेकिन ये नेशनल पार्क के खुले जंगल में नहीं बल्कि बड़े बाड़े में हैं।
एनएमडीसी ने दिए 13.32 करोड़ रुपए
माधव नेशनल पार्क के लिए नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन ने वन विभाग को 13.32 करोड़ रुपए दिए है। इसी पैसे से नेशनल पार्क के दक्षिण में सुरक्षा दीवार का काम चल रहा है। गौरतलब है कि 1956 में बना माधव नेशनल पार्क 354 वर्ग किमी. में शिवपुरी शहर के दक्षिण छोर से सिंध नदी पर बने मड़ीखेड़ा डेम तक फैला हुआ है।