पेपर लिक हुआ है तो रद्द करने का सोचे- सुप्रीम कोर्ट ,4 मई को टेलीग्राम पर लीक हुआ नीट का पेपर

नीट पेपर लीक विवाद इन दिनों देश में बड़ा मुद्दा बना हुआ है। कल 8 जुलाई सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में नीट पेपर लीक, री-एग्जाम और परीक्षा से जुड़ी बाकि अनियमितताओं पर सुनवाई हुई है। इस पीठ का नेतृत्व भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और 2 बाकि न्यायाधीश जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा ने किया। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई में नीट परीक्षा और पेपर लीक के कई तथ्यों पर चर्चा की है और कहा है कि याचिकाकर्ता की तरफ से पेश सभी वकील इस बात पर अपनी दलीलें पेश करें कि फिर से पेपर क्यों होना चाहिए और केंद्र तारीखों की पूरी लिस्ट भी देगा। सीजेआई के मुताबिक, अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी।

पेपर लीक का एक्सक्लुसिव वीडियो

सूत्रों के मुताबिक, एक वीडियो सामने आया है जिसमे नजर आ रहा है कि 2 अलग-अलग टेलीग्राम चैनलों पर मैसेज है। ऑफिशियल ऑनलाइन चैनल आकाश टेस्ट सीरीज़ का है।  टेलीग्राम पर मैसेज की वीडियो रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि 4 मई को सुबह 9:01 बजे NEET 2024 का पेपर कथित तौर पर लीक हुआ था। याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि वीडियो में दिखा क्वेश्चन पेपर वही पेपर है जो 5 मई की एग्जाम के लिए विद्यार्थियों को दिया गया था। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि वीडियो इस बात का सबूत है कि एग्जाम होने से पहले पूरा NEET क्वेश्चन पेपर ऑनलाइन अवेलेबल था।

सुनवाई में सीजेआई ने क्या-क्या कहा? 

बता दें कि याचिकाकर्ताओं के वकील ने बहस शुरू करते हुए कहा 9 फरवरी को सभी कैंडिडेट्स ने नीट के लिए आवेदन किए थे। इसके बाद एग्जाम हुई और 4 जून को नतीजे आए। वकील ने कहा कि 5 मई को एग्जाम हुई और 4 मई को टेलिग्राम पर पेपर के क्वेश्चन और आंसर वायरल हो रहे थे। इस पर सीजीआई ने सबसे पहले पूछा कि यह बताइए कि एनटीए ने परीक्षा का एलान कब किया था।