स्वतंत्र समय, भोपाल
विधानसभा का मानसून सत्र जल्द समाप्त होने के बाद अब प्रशासनिक सर्जरी ( Administrative Surgery ) की हलचल तेज होती जा रही है। इस सूची में खासतौर पर उन कलेक्टरों को बदला जाएगा, जो प्रमोटी होने के साथ ही दो या उससे अधिक जिलों में कलेक्टर पदस्थ रह चुके हैं। इसके अलावा कुछ वे कलेक्टर हैं, जिनके कामकाज से सरकार खुश नहीं है।
Administrative Surgery की हलचल तेज
प्रशासनिक सर्जरी ( Administrative Surgery ) के चलते करीब डेढ़ दर्जन एसपी और डीआईजी को भी बदले जाने की चर्चा है। इसको लेकर पहले चरण की चर्चा हो चुकी है। तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मुख्य सचिव वीरा राणा और अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा से पहले दौर की चर्चा हो चुकी है। मंत्रालय सूत्रों की माने तो इस फेरबदल में सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा, शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी, भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, राजगढ़ हर्ष दीक्षित, सीहोर प्रवीण सिंह अढायच, नीमच कलेक्टर दिनेश जैन, धार प्रियंक मिश्रा, खंडवा अनूप कुमार सिंह, देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता, बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल, नरसिंहपुर शीतला पटले, कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद, छतरपुर संदीप जीआर, सागर कलेक्टर दीपक आर्य, डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा आदि का ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि, इनमें से कुछ कलेक्टरों को परफॉरमेंस के आधार पर बड़े जिले की कमान भी सौंपी जा सकती है।
आधा दर्जन अफसर बेकाम
राज्य सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले 15 फरवरी 2024 को 2018 बैच के आईएएस संदीप केरकेट्टा को भोपाल विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद से हटाकर मंत्रालय में उपसचिव बनाया था, लेकिन उन्हें अब तक कोई काम नहीं दिया गया है। वे बिना काम के पूल में हैं। सिंगरौली के डिप्टी कलेक्टर असवन राम चिरावन को 25 जनवरी को मंत्रालय में पदस्थ किया गया था। तब से वे भी पूल में है। राज्य प्रशासनिक सेवा के भी तीन अन्य अधिकारी भी जीएडी पूल में पदस्थ हैं।