सुठालिया और मां रतनगढ़ irrigation project का 25 फीसदी भी काम नहीं

सीताराम ठाकुर, भोपाल

सुठालिया, मां रतनगढ़ जैसी 25 से अधिक सिंचाई परियोजनाओं ( irrigation project ) का काम 25 प्रतिशत से भी ज्यादा नहीं हुआ है। मप्र सरकार ने दावा किया था कि 2025 में 65 लाख हेक्टेयर में सिंचाई होने लगेगी, लेकिन सरकार का ये दावा कागजी साबित होने वाला है, जबकि अधिकांश प्रोजेक्ट 2024 से 2026 के बीच पूरे कराए जाने हैं। यदि सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण की यही गति रही तो समयावधि बढ़ने के साथ इनकी लागत में भी वृद्धि होने की संभावना है।

42 irrigation project पर काम चल रहा है

मप्र में 65 लाख हेक्टयर में सिंचाई रकबा विकसित करने करीब 30 हजार करोड़ की लागत से 42 सिंचाई परियोजनाओं ( irrigation project ) पर काम चल रहा है, लेकिन इन सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण की गति को देखते हुए लगता नहीं है कि ये समय-सीमा के भीतर पूरी हो सकेंगी। खासकर 500 करोड़ की चंदेरी परियोजना अक्टूबर 2024 में कंपलीड होनी थी, लेकिन अभी तक 75 फीसदी काम ही पूरा कराया जा सका है, वहीं 2627 करोड़ की बैतूल जिले में ताप्ति चिल्लूर का अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। इससे 81 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की जाएगी। बैतूल की घोघरी परियोजना का काम भी अभी 80 प्रतिशत हुआ है, जबकि इसकी समय-सीमा 30 जून थी। ये 318 करोड़ में निर्मित कराई जा रही है, इससे करीब 12 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की जानी है। भिंड जिले की कनेरा परियोजना जून 2025 में पूरी कराई जानी है। 152 करोड़ की इस परियोजना से 15 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की जानी है, लेकिन अभी इसका 10 से 25 प्रतिशत ही काम पूरा हुआ है।

कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं की स्थिति…

प्रोजेक्ट               लागत           सिंचाई         काम हुआ प्रतिशत

मां रतनगढ़         2,244           78,484           18 से 25
पंचमनगर            674            25,000               85
हाटपिपलिया       5,027           1,39390       3 साल में बनेगी
मल्हारगढ़ सूक्ष्म    876             46,500         5 फीसदी
मछारेवा वृहद       579              66,000            00.00
रामपुरा-मनासा    1208            65,400         5 फीसदी
पार्वती वृहद         1815             48,000              20
सुठालिया वृहद     1375            49,800            6-10
नईगढ़ी सूक्ष्म       856              50,000               75
बाणसागर नहर     4,977           2,98,844            10
रामनगर सूक्ष्म     387               20,000              75
लोअर परियोजना  2208            11,0700             40
बंडा सिंचाई          2610             80,000              27
बीना सागर           3255            90,000              38
( लागत करोड़ में, सिंचाई हेक्टेयर में निर्माण जून 2026 तक )

छिंदवाड़ा सिंचाई काम्पलेक्स की प्रगति शून्य

सिंचाई काम्पलेक्स का काम अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है। जबकि 5,470 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से एक लाख 90 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होनी है। लेकिन ठेकेदार को एडवांस में पेमेंट करने और भ्रष्टाचार की वजह से यह प्रोजेक्ट काफी विवादों में रहा। भाजपा नेता बंटी साहू के आरोपों के कारण 2026 तक काम पूरा होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि सरकार ने इस प्रोजेक्ट के जांच कराने के निर्देश दिए थे। उधर, छतरपुर जिले की काठन जलाशय का काम भी अभी प्रारंभ नहीं हुआ है। ये 425 करोड़ का प्रोजेक्ट अगले दो साल में पूरा होना है। सीप अम्बर का काम अक्टूबर 2024 तक पूरा होना था लेकिन अभी तक 35 फीसदी ही काम हो सका है। यह प्रोजेक्ट 346 करोड़ में निर्मित कराया जाना है।