खास-खास…
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अरबिंदो अस्पताल से उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज तक बनेगा रोड
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सरकार को नहीं करना पड़ेगी जमीन अधिग्रहण
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पहले 4 लेन के हिसाब से प्रोजेक्ट बनाया गया था
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अब 4 की बजाय 6 लेन की सडक़ बनाई जाएगी
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इंदौर-उज्जैन मेट्रो का फिजिबिलिटी सर्वे जारी
स्वतंत्र समय, इंदौर
2028 में होने वाले सिंहस्थ मेले के लिए मप्र सरकार ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। इंदौर-उज्जैन मेट्रो ( Indore-Ujjain Metro ) रेल चलाने की योजना है। इसके लिए अधिकारियों ने सर्वे प्रारंभ कर दिया है। सरकार का लक्ष्य है की सिंहस्थ से पहले मेट्रो चलना प्रारंभ हो जाए। इसके लिए तेजी से तैयारी चल रही है। इसी बीच मेट्रो के साथ-साथ सड़कों को भी चौड़ा किया जा रहा है। इंदौर-उज्जैन के बीच 6 लेन का कॉरिडोर बनाने की तैयारियां शुरू हो गई है।
Indore-Ujjain Metro और 6 लेन रोड़ साथ-साथ चलेंगे
सरकार ने सड़क बनाने का काम एमपीआरडीसी यानी मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम को जिम्मेदारी मिली है। इंदौर-उज्जैन मेट्रो ( Indore-Ujjain Metro ) और 6 लेन रोड़ के काम साथ-साथ चलेंगे। निगम 1619 करोड़ रुपए की लागत 46 किलोमीटर लम्बा रोड बनाया जाएंगा। निगम ने प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए टैंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। बताया गया है की उदयपुर की कम्पनी को यह ठेका मिला है। जानकारी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके लिए एमपीआरडीसी को भूमि अधिग्रहण की जटिल और महंगी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा, क्योंकि फोरलेन निर्माण के वक्त ही अतिरिक्त जमीन अधिगृहीत कर ली गई थी, जो अब सिक्स लेन निर्माण में काम आ जाएगी। इसमें आधा दर्जन अंडरपास और तीन फ्लायओवरों का निर्माण भी किया जाएगा। दूसरी तरफ देवास-भोपाल स्टेट हाईवे को भी फोर से सिक्स लेन में तब्दील करने की कवायद शुरू की गई है, ताकि सिंहस्थ के मद्देनजर यातायात के दबाव को कम किया जा सके।
4 की बजाय 6 लेन का होगा रोड
अधिकारियों के मुताबिक हमारी कोशिश यह है की सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन सिंहस्थ से पहले ही इस पर से यातायात गुजरने लगे। इंदौर के भौंरासला स्थित अरबिंदो अस्पताल से शुरू होकर यह सिक्स लेन उज्जैन के हरिफाटक ब्रिज तक निर्मित किया जाएगा। अभी वर्तमान फोरलेन की चौड़ाई साढ़े 8-साढ़े 8 मीटर की है, जिसमें दोनों तरफ 4-4 मीटर का इजाफा हो जाएगा, जिससे सिक्स लेन में साढ़े 12-साढ़े 12 मीटर की तीन-तीन लेन यातायात के लिए उपलब्ध हो जाएंगी। एमपीआरडीसी ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। इससे इंदौर के साथ-साथ देवास और भोपाल से आने-जाने वाले वाहनों को फायदा मिलेगा और जिन गांवों से ये स्टेट हाईवे गुजरता है, वहां पर अभी जालियां लगाकर सर्विस रोड भी बनाई गई है। अभी लगातार इंदौर-उज्जैन के बीच यातायात का दबाव बढ़ता ही जा रहा है।