स्वतंत्र समय, इंदौर
मप्र कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय चौरडिया ने कहा कि प्रदेश के 80 फीसदी विधायक जीतू पटवारी ( Jitu Patwari ) से नाराज हैं। जब तक प्रदेश कांग्रेस की कमान जीतू पटवारी और प्रभारी का दायितव निभा रहे महासचिव भंवर जितेंद्रसिंह के पास रहेगा तब तक प्रदेश में कांग्रेस कमजोर ही रहेगी और लगातार पिछड़ती ही जायेगी।
Jitu Patwari पर आरोप लगाने वाले चोरड़िया खरगे के करीबी
पहली बार किसी कांग्रेसी नेता ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ( Jitu Patwari ) के खिलाफ मोर्चा खोला है। मध्यप्रदेश उद्योग एवं व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चोरडिया, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के करीबी माने जाते है जबकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, राहुल गांधीे करीबी चौरडिया ने ये आरोप सीधे-सीधे पटवारी और सिंह पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की हठ धर्मिता के कारण प्रदेश मे लोकसभा की सभी की सभी 29 सीटें कांग्रेस हारी है, मुरैना, राजगढ़, छिंदवाडा, मंडला ,ग्वालियर जैसी सीट कांग्रेस जीत सकती थी लेकिन वहाँ भी उसे पराजय ही मिली।
वह कभी कांग्रेस का भला नहीं कर सकता है
चुनाव में पटवारी ने कमजोर व्यक्तियों को टिकट दिये और आम कार्यकर्ताओ की बिल्कुल नहीं सुनी। वे किसी भी कार्यकर्ता का न तो फोन उठाते और नहीं बात करते है। अभी तक उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी भी घोषित नहीं की जबकि कार्यकारिणी भंग हुए कई महीने बीत गए। चौरडिया ने कहा कि पटवारी की बीजेपी नेताओं से व्यापारिक संबध और सांठ गांंठ है। ऐसा व्यक्ति कभी कांग्रेस का भला नहीं कर सकता है। जिस व्यक्ति को पटवारी इंदौर शहर कांग्रेस का अध्यक्ष बना रहे है वह निष्क्रिय है।
लोकसभा में कांग्रेस प्रत्याशी नहीं होने के पीछे पटवारी का हाथ
चौरडिय़ा ने आरोप लगाया कि पटवारी न केवल सरकार के साथ सेटलमेंट कर रहे हैं बल्कि भाजपा नेताओं के साथ कारोबारी संबंध भी निभा रहे हैं। इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को उम्मीदवार विहीन होने के लिए भी पटवारी को जिम्मेदार ठहरा दिया। चौरडिय़ा ने कहा कि पटवारी को पहले जानकारी थी कि इंदौर में कांग्रेस उम्मीदवार पाला बदलेगा। इस बारे में वे केवल लापरवाह ही नहीं बने रहे बल्कि षडयंत्र करते हुए उन्होंने ही डमी उम्मीदवार को सही फार्म भरने से रोका।
निगम घोटाले के खिलाफ कभी सामने नहीं आए पटवारी
चौरडिय़ा ने कहा कि पटवारी कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने की अनुमति तक नहीं दे रहे। इंदौर में पेपर लीक कांड में जब उनसे अनशन की अनुमति कुछ कार्यकर्ताओं ने मांगी तो उन्होंने इनकार कर दिया। नगर निगम के घोटाले हो या अन्य कांड पटवारी न खुल कर सामने आ रहे हैं ना ही अन्य नेताओं को आक्रामक विरोध करने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस का कार्यकर्ता हताश है। कार्यकर्ता सामने आ कर विरोध नहीं कर सकते इसलिए सबकी आवाज उठाने के लिए मुझे सामने आना पड़ा।
पटवारी के कारण ही कई नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी
चौरडिय़ा ने पटवारी और प्रभारी जितेन्द्र सिंह को बताया हरल्ला है। उन्होंने कहा कि जो खुद चुनाव नहीं जीत सकते , वो कांग्रेस को क्या जितायेंगे…? यह भी कहा कि पटवारी के कारण कई नेताओ ने कांग्रेस छोड़ी है। पार्टी तत्काल उन्हें अध्यक्ष पद से हटाये।
कांग्रेस ने दिया चौरडिय़ा को स्पष्टीकरण नोटिस
48 घंटे के अंदर मांगा जवाब
इंदौर के कांग्रेस नेता अजय चौरडिय़ा द्वारा इंदौर पत्रकार वार्ता आयोजित कर राष्ट्रीय नेतृत्व, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव प्रभारी मध्यप्रदेश एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के विरुद्ध बयान दिया गया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चौरडिय़ा का उक्त कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। कांग्रेस द्वारा स्पष्टीकरण नोटिस देते हुए 48 घंटे के अंदर चौरडिय़ा से जवाब मांगा है। संतोषजनक जबाव न मिलने की स्थिति में श्री चौरडिय़ा के विरूद्व कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।