केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी और एमपी के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह की मौजूदगी में कल मंगलवार को नई दिल्ली में उज्जैन महाकाल मंदिर रोपवे प्रोजेक्ट को सहमति दे दी गई। मंत्री गड़करी ने प्रदेश में 100 करोड़ रुपए लागत वाले प्रोजेक्ट की समीक्षा भी की।
उज्जैन महाकाल मंदिर रोप-वे प्रोजेक्ट 1.762 किमी है, जो मोनोकेबल डिटेचेबल गोंडोला तकनीक का इस्तेमाल करती है। करीब 64 हजार भक्तों के लिए सुविधा को आवश्यक रूप से बढ़ाएगी। यह यात्रा वक़्त को लगभग 75% कम कर देगी। यानी, 25-30 मिनट से काम करके सिर्फ 7 मिनट में यात्रा पूरी हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट में 3 स्टेशन और 13 टॉवर जोड़े गए हैं, जो सभी भक्तों के लिए 1 तेज और आरामदायक अनुभव कराएंगे।
उज्जैन में रोप-वे के लिए हुआ समझौता
रोपवे के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के बीच समझौता हुआ। पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के बीच उज्जैन और सागर में रोपवे बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। इस मौके पर नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी की तरफ से सीईओ प्रकाश गौड़ और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम की तरफ से प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया ने समझौते पर साइन किए।