स्वतंत्र समय, इंदौर
दो दिन पहले भाजपा पार्षद ( councillor ) नितिन शर्मा उर्फ शानू के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने वाली महिला द्वारा अब राजीनामा करने की बात सामने आ रही है। समझौते के लिए महिला द्वारा अदालत में शपथ पत्र लगाया जा रहा है। हालांकि, पुलिस अधिकारी ऐसे किसी समझौते से अनभिज्ञता जता रही है। दूसरी ओर रेप का केस दर्ज होने के बाद से भाजपा पार्षद शानू फरार बताया जा रहा है।
councillor के खिलाफ रेप प्रकरण के बाद कांग्रेस मुखर हो गई
बताया जा रहा है कि पार्षद ( councillor ) पीडि़त महिला द्वारा कोर्ट में शपथ पत्र देकर समझौते कर सकती है। हालांकि अभी तक पुलिस को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। जबकि पार्षद के खिलाफ रेप का प्रकरण दर्ज होने के बाद से कांग्रेस मुखर हो गई है। महिला कांग्रेस द्वारा भाजपा पार्षद शानू शर्मा के घर पर भी प्रदर्शन किया गया था। लगातार हल्ला बोल प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं अब आरोप लगाए गए हैं कि पीडि़ता पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस पर भी भाजपा पार्षद को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। शपथ पत्र देकर समझौता करने की बात को फिलहाल पुलिस ने सिरे से खारिज किया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि हमें अभी कोई जानकारी नहीं है। हमारा काम प्रकरण पंजीबद्ध करना था। पीडि़ता यदि समझौता करती है तो मामले में कोर्ट फैसला लेगी। जानकारी के अनुसार द्वारकापुरी थाने में 32 वर्षीय महिला ने वार्ड 82 के भाजपा पार्षद शानू के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। पीडि़ता ने पुलिस को बताया था कि 2020 में कोरोना के दौरान तंगी के चलते वह नौकरी के सिलसिले में पार्षद शर्मा से मिली थी। आरोपी ने भरोसे में लेकर सरकारी नौकरी लगवाने का कहकर शारीरिक संबंध बनाए और लंबे समय तक शोषण किया। वहीं इस मामले में भाजपा के अंदरखाने में मची गुटबाजी से भी इस मामले को जोड़ा जा रहा है। बताया जाता है कि शहर के एक विधायक ने भाजपा पार्षद के खिलाफ प्रकरण दर्ज न करने का दाबा बनाया था तो पार्टी के एक अन्य विधायक ने ही प्रकरण दर्ज करने के लिए भी पुलिस को फोन किया था। इसी खींचतान के बीच रेप का केस दर्ज हो गया। अब आरोपी पार्षद फरार है और दो दिन बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।