स्वतंत्र समय, इंदौर
तीन सालों से एक दिन छोड़कर एक दिन नर्मदा जल वितरण के सहारे रह रहे इंदौर ( Indore ) के लोगों की समस्या का निदान होने की उम्मीद बंध गई है। इसकी वजह हे नर्मदा आवर्धन योजना का चौथे चरण। इस चरण का काम पूरा होने के बाद इंदौर को दो साल बाद डेली सप्लाई की सौगात मिलने लगेगी। इसके साथ ही डायरेक्ट सप्लाई भी खत्म हो जाएगी।
Indore में चौथे चरण की तैयारियां तेज
जानकारी के अनुसार नर्मदा जल सप्लाई के चौथे चरण लाने की तैयारियां इंदौर ( Indore ) नगर निगम के तेज कर दी है। योजना अमृत- 2 में नर्मदा के चौथे चरण के लिए 1100 करोड़ रुपये मिलना है। जबकि इस योजना पर 1900 करोड़ रुपये का खर्च होना है। बाकि राशि 800 करोड़ रुपये का इंतजाम नगर निगम अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) से कर्ज लेकर पूरा करेगा। इसका प्रस्ताव भी नगर निगम ने तैयार कर आईएफसी प्रबंधन से चर्चा भी कर ली है। कार्पोरेशन के अधिकारी नगर निगम के प्रस्ताव पर कार्रवाई करते हुए जलूद व संबंधित एरिया का दौरा भी कर लिया है। हालांकि बीते वर्षों में हुई देरी के कारण इस चौथे चरण की लागत भी करीब 200 करोड़ रुपए बढ़ गई है। वर्तमान में शहर में रोजाना 436 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है। नर्मदा के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के तहत 406 एमएलडी और यशवंत सागर से 30 एमएलडी पानी इंदौर शहर को मिलता है। नर्मदा का चौथा चरण पूरा होने के बाद शहर को 400 एमएलडी पानी ज्यादा मिलने लगेगा। इसके बाद रोजाना करीब 836 एमएलडी पानी की सप्लाई होने से इंदौर वासियों को खासी राहत मिल जाएगी। कम प्रेशर की शिकायत भी खत्म होगी। सबसे बड़ी राहत यह होगी कि प्रतिदिन सप्लाई होने से लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।