स्वतंत्र समय, वायनाड/नई दिल्ली
केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग स्थानों पर लैंडस्लाइड ( Landslide ) हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में घर, पुल, सडक़ें और गाडिय़ां भी बह गईं। अब तक 125 लोगों की मौत हो चुकी है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है।
Landslide के बाद 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया
लैंडस्लाइड ( Landslide ) की घटना देर रात 2 बजे की है। रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है। कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू के लिए भेजे गए, लेकिन बारिश के चलते उन्हें कोझिकोड लौटना पड़ा। सेना की स्पेशल डॉग यूनिट के ट्रेंड डॉग्स, जिनमें बेल्जियन मैलिनोइस, लैब्राडोर और जर्मन शेफर्ड जैसी नस्लें शामिल हैं, वायनाड में भूस्खलन प्रभावित मेप्पाड़ी के लिए रवाना किए गए हैं। इधर, केरल सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
5 साल पहले Landslide से हुई थी 17 मौतें
वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। 52 घर तबाह हुए थे।
मुंडक्कई गांव में सबसे ज्यादा नुकसान, 250 लोग फंसे
वायनाड का मुंडक्कई गांव लैंडस्लाइड ( Landslide ) की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां चूरलमाला को मुंडक्कई से जोडऩे वाला पुल बह गया है, जिससे क्षेत्र तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। एनडीआरएफ की 20 सदस्यीय टीम पैदल चलते हुए यहां तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मुंडक्कई में करीब 250 लोगों के फंसे होने की खबर है। यहां कई घर बह गए है। यहां 65 परिवार रहते थे। यहीं पास के एक टी एस्टेट के 35 कर्मचारी भी लापता हैं।
चूरलमाला गांव से दो विदेशी नागरिकों को बचाया
जिला पंचायत अध्यक्ष समशाद मरईक्कर ने बताया कि मुंडक्कई सडक़ मार्ग से पहुंचा नहीं जा सकता है। मोबाइल नेटवर्क भी ठप है। चूरलमाला गांव में भी नुकसान ज्यादा है। यहां रेस्क्यू जारी है। यहां कई घर बह गए हैं। कई लोगों को बचाया गया हैं, जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। ये एक होमस्टे में रुके थे। यहां रेस्क्यू टीम एक-एक घरों की जांच कर रही है।