विपिन नीमा, इंदौर
इस समय मध्य प्रदेश की राजनीति का ऑफ सीजन चल रहा है। अगर कांग्रेस ( Congress ) की राजनीति के बारे में चर्चा करें तो कांग्रेस की स्थिति सुधरने के बजाय और अधिक गिरावट आई है। 3 दिसंबर 2023 से लेकर 28 जुलाई 2024 तक यानी 238 दिनों में कांग्रेस को इतने झटके लगे की वह खड़ी ही नहीं हो पा रही है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि कांग्रेस को गिरने वाली भाजपा नहीं है, बल्कि कांग्रेसी नेता ही है जो आपसी गुटबाजी और खींचतान की वजह से बदनाम हो रही है। वर्तमान में कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई की पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है। आपसी खींचतान के कारण ही प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। झटके पर झटके झेल रही कांग्रेस को विगत 238 दिनों के भीतर 8 बार हाई वोल्टेज करंट लगे हैं। इसके चलते इंदौर की कांग्रेस पूरी तरह से लडख़ड़ा गई है।
कब-कब लगे Congress को झटके…
पहला झटका – 3 दिसंबर 23, इंदौर में सभी सीट हारी
2023 विधानसभा चुनाव का परिणाम 3 दिसम्बर को आया। परिणाम आते कांग्रेस ( Congress ) को ऐसा झटका लगा कि इंदौर की सभी 9 विधानसभा सीट एक भी कांग्रेसी प्रत्याशी नहीं जीत सका। कुल सीट 230 सीट मेसे भाजपा ने 163 और कांग्रेस ने 66 जीती।
दूसरा झटका – 9 मार्च 2024, पार्टी से नाराज थे – सुरेश पचौरी
प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता और राजीव गांधी के करीबी माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने कांग्रेस को छोडक़र पार्टी को बड़ा झटका दिया। कांग्रेस व्दारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्यौता अस्वीकार करना उनकी पार्टी छोडऩे का मुख्य कारण बताया है।
तीसरा झटका – 10 मार्च 2024, घुटन महसूस कर रहा था : संजय शुक्ला
सुरेश पचौरी के कांग्रेस छोडऩे के अगले दिन ही पचौरी के समर्थक पूर्व विधायक संजय शुक्ला और पूर्व विधायक विशाल पटेल ने भी कांग्रेस छोडक़र पार्टी करारा झटका दिया। संजय शुक्ला ने पार्टी छोडऩे का कारण बताया की वे कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे थे। उनका कहना था की बीजेपी में जाने से किसी ने रोका नहीं और पिता का सपना था कि बीजेपी के लिए काम करूं.।
चौथा झटका – 10 मार्च 2024, पटवारी के पास नेतृत्व की कमी : विशाल पटेल
संजय शुक्ला के साथ इंदौर की देपालपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रहे विशाल पटेल ने कांग्रेस छोडऩे के लिए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के पास नेतृत्व की कमी है। हमारे प्रदेश अध्यक्ष ना कुछ समझते हैं, ना विजन है, ना उस व्यक्ति के पास कोई ऐसी चीज है, जिससे वह किसी को रोक सके।
पांचवा झटका – 15 मार्च 2024, अध्यक्ष बनने के बाद पटवारी उनसे एक बार भी नहीं मिले : पंकज संघवी
लगभग चार दशक तक कांग्रेस की राजनीति करने वाले पंकज संघवी ने उस वक़्त सभी को चौंका दिया था जब वे भी संजय – विशाल की तरह पांच दिन बाद भाजपा में शामिल हो गए। पार्टी छोडऩे से पहले पंकज अमित शाह से मिले थे। उन्होने एयरपोर्ट पर शाह को स्वागत करते हुए गुलदस्ता भी भेंट किया था। उनका आरोप था की पटवारी अध्यक्ष बनने के तीन महीने बाद भी उनसे मिलने नहीं आए।
छठा झटका – 10 मई 2024, अक्षय बम ने पार्टी को दिया धोखा
लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने से कुछ समय पहले कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने कांग्रेस को ऐसा धोखा दिया की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बाहर बैठना पड़ा था। उन्होंने भाजपा का दामन तो थाम लिया है, लेकिन वहां भी उन्हें कोई खास रिस्पांस नहीं मिल रहा है।
सातवां झटका – 4 जून 2024, कांग्रेस को खूब नीचा दिखाया
इंदौर की सीट पर मतदान से पहले राजनीतिक खेला हो गया। कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया। कांग्रेस के मैदान से हटने के बाद बीजेपी के शंकर लालवानी की टककर बीएसपी के संजय सोलंकी हुई। कांग्रेस के नहीं होने से लालवानी ने ऐतिहासिक मतों से चुनाव जीतकर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया। इंदौर सीट का पूरा मुकाबला एकतरफा हो गया था। उनके धोखे से कांग्रेस को बहुत नीचा देखना पड़ा
आठवां झटका – 20 जुलाई 2024, 6 साल के लिए पार्टी से बाहर
कांग्रेस पार्टी ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मध्य प्रदेश व्यापार, उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरड़िया को अनुशासनहीनता के आरोप में 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब अजय चोरडिया ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह के खिलाफ खुलेआम प्रेस वार्ता की थी। चोरडिया ने इन दोनों नेताओं को उनके पद से हटाने की मांग की थी।
नौंवा झटका – 29 जुलाई 2024, निलंबित चड्ढा, यादव का क्या होगा
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में प्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के स्वागत को अनुशासनहीनता करार देते हुए कांग्रेस संगठन ने पार्टी की शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव को निलंबित कर दिया है। विजयवर्गीय, इंदौर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ से आयोजित पौधारोपण अभियान में शामिल होने का न्योता देने 12 जुलाई को स्थानीय कांग्रेस कार्यालय गए थे और कांग्रेस नेताओं को उनकी जमकर आवभगत करते देखा गया था। इस दौरान चाय-नाश्ते के वक्त कांग्रेस नेताओं ने विजयवर्गीय के साथ खूब ठहाके भी लगाए थे।