इंदौर-उज्जैन Metro का सर्वे पूरा, रिपोर्ट सौंपी

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर-भोपाल में मेट्रो ( Metro ) का कमर्शियल रन इसी साल के अंत में शुरु करने की तैयारी मेट्रो कम्पनी कर रही है। वहीं सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो के संचालन की कवायद में तेजी आ गई है। 55 किलोमीटर के हिस्से में बनने वाले इस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली से आई मेट्रो कॉरपोरेशन की टीम ने सर्वे पूरा कर लिया है। इसी बीच गुजरात से एक और मेट्रो का सेट इंदौर पहुंच गया है। इस तरह इंदौर में मेट्रो के 6 सेट हो चुके है। प्रत्येक मेट्रो में तीन कोच है और अभी तक 18 कोच हो चुके है।

Metro ट्रेन के संचालन को लेकर कवायद तेज

प्रदेश के इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो ( Metro ) ट्रेन के संचालन को लेकर कवायद तेज हो गई है, 55 किलोमीटर के हिस्से में बनने वाले इस प्रोजेक्ट को लेकर जहां दिल्ली से आई मेट्रो कॉरपोरेशन की टीम ने सर्वे पूरा कर लिया है। सर्वे के आधार पर बनाई गई रिपोर्ट को भोपाल भेजा गया है, सर्वे रिपोर्ट में जमीन अधिग्रहण और तकनीक से जुड़ी सभी जानकारी शामिल हैं, कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर फिलहाल काम प्रारंभिक स्टेज पर है, पूरी सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है।

शासन स्तर पर होगा निर्णय

कलेक्टर ने बताया की सिंहस्थ से पहले इंदौर – उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने के लिए अब शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ होना है, ऐसे में इंदौर, उज्जैन के बेहद करीब होने के साथ ही एक बड़ा शहर है। यहां रेलमार्ग के साथ ही एयरपोर्ट की भी सुविधा है ऐसे में इंदौर से उज्जैन पहुँचने में श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े इसके लिए शासन की मंशा है कि सिंहस्थ के पहले इंदौर और उज्जैन के बीच मेट्रो ट्रेन शुरू कर दी जाए। अब देखना होगा की इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो का काम कब तक मूर्त रूप लेता है।

दिल्ली की टीम ने किया था सर्वे

कलेक्टर सिंह ने बताया कि इंदौर उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे कराया गया। सरकार ने फिजिबिलिटी सर्वे का जिम्मा दिल्ली मेट्रो कारपोरेशन की सौंपा गया था। इस कम्पनी ने 55 किलोमीटर के हिस्से में बनने वाले इस प्रोजेक्ट को लेकर सर्वे पूरा करके शासन को रिपोर्ट भेज दी है। प्रारम्भिक जानकारी के मुताबिक मेट्रो उज्जैन में नानाखेड़ा बस स्टैंड से इंदौर के लवकुश चौराहा तक चलाई जाएगी। हालांकि अभी यह फाइनल निर्णय नहीं है।

कमर्शियल रन दिसम्बर तक

मप्र मेट्रो रेल कम्पनी इंदौर के गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर के टीसीएस चौराहे तक प्रायोरिटी कॉरिडोर में कमर्शियल रन शुरु करने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि दिसम्बर के अंत जनता के लिए यह सेवा शुरु कर दी जाएगी। गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर तक कुल 5.9 किलोमीटर का हिस्सा है, जिसमें 5 मेट्रो स्टेशन तैयार किए गए है। साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए एक्सेलेटर, लिफ्ट और सीढिय़ों की व्यवस्था रखी गई है।

इंदौर में 31.55 किमी लंबा रूट मंजूर

इंदौर में मेट्रो के पहले चरण को नवंबर, 2016 में मंजूरी मिली थी। इसमें कुल 31.55 किमी लंबाई का रूट बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट ने 21 एलिवेटेड और सात भूमिगत स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। मौजूदा स्थिति में 6.3 किमी वायाडक्ट और पांच स्टेशन व डिपो का काम चल रहा है। सितंबर-23 में मेट्रो का ट्रायल रन शुरू किया गया था। इंदौर मेट्रो के फस्ट फेज के लिए 7500.80 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई थी। एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) और न्यू डेवलपमेंट बैंक एन्डीबी) से 3200 करोड़ रुपए का लोन लिया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से 440 करोड़ रुपए जुटाए जुटाएंगे। केंद्र व राज्य सरकार से 906-906 करोड़ रुपए इलिटी के तौर पर मिलेंगे।

इंदौर पहुंचा मेट्रो का 6वां सेट

इंदौर में मेट्रो की संख्या बढ़ती जा रही है। दो दिन पहले इंदौर में बुधवार को मेट्रो ट्रेन का तीन कोच वाला छटा सेट इंदौर पहुंच गया है। यह कोच गुजरात के सांवली से 7 दिन पहले इंदौर के लिए रवाना हुआ था। पिछले 24 घंटे में दो ट्रालों में लोड करके लाए जा रहे कोच 120 किलोमीटर का सफर तय करके यहां तक आए हैं। मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि एक कोच का वजन 60 टन के आसपास है. ऐसे में में ट्राले को प्रति घंटे 20 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से ही चलाया गया है। सांवली से निकले ये कोच 800 किलोमीटर की दूरी सात दिन में तय कर पाए हैं। मेट्रो को गांधी नगर डिपो पर क्रेन की सहायता से उतारा गया।