स्वतंत्र समय, इंदौर
प्रदेश भाजपा ( BJP ) संगठन की मंगलवार को बैठक में नेताओं की नियुक्यिां करने के लिए एक पॉलिसी बनाई गई है। आने वाले दिनों में इंदौर विकास प्राधिकरण में संचालक मंडल और नगर निगम में एल्डरमेन की नियुक्तियों को लेकर संगठन स्तर पर कवायद शुरु हो गई है। इंदौर के साथ साथ प्रदेश के अन्य शहरों में भी नई नियुक्तियां की जाएगी।
BJP की नई पॉलिसी में उन्हें प्राथमिकता जिन्हें टिकट नहीं मिला
प्रदेश भाजपा ( BJP ) नई पालिसी के अन्तर्गत पहले उन नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्हें गत निगम और विधानसभा चुनाव में जिन्हें टिकट नहीं दिया गया था। जहां तक इंदौर का सवाल है तो 2016 के बाद आईडीए पूरा संचालक मंडल नहीं बना है। एक बार शंकर लालवानी और जयपालसिंह चावड़ा बगैर बोर्ड के अध्यक्ष पर रहे। इसी प्रकार इंदौर नगर निगम में विगत दो साल से एल्डरमैन की नियुक्ति नहीं हो पाई है। सीएम मोहन यादव इंदौर भोपाल के विकास प्राधिकरणों में पूरा बोर्ड और निगम में एल्डरमेन बनाने के पक्ष में है। लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद से लगातार संगठन में चर्चा चल रही थी की मुख्यमंत्री नाराज नेताओं को मनाने के लिए जल्द ही निगम, मंडल और बोर्ड नेताओं को नियुिक्तयां देकर उन्हें मना लिया जाएगा, लेकिन लोकसभा चुनाव सम्पन्न हुए चार महीने हो गए है लेकिन अभी तक सरकार ने शासकीय विभागों में शासकीय समितियां नियुक्तियां नहीं की है।
इंदौर में 8 साल से आईडीए बोर्ड और निगम में 2 साल से एल्डरमेन नहीं है
- लोकसभा चुनाव के बाद विभागीय समितियों को लेकर पहली बार संगठन की हुई बैठक
- नई नियुक्तियों को लेकर नगर भाजपा की बैठक जल्द ही
- विधायकों से नाम लेकर नगर अध्यक्ष के माध्यम से संगठन के पास भेजे जाएंगे
- जिन्हें निगम चुनाव में टिकट नहीं मिला ऐसे नेताओं को दी जाएगी प्राथमिकता
बैठक में बनी पॉलिसी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को प्रदेश संगठन की बड़ी बैठक प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव , राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश , प्रदेश प्रभारी मंत्री मंयक सिंह , प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा तथा प्रदेश के जिला अध्यक्ष भी शामिल थे। बैठक में मुख्य एजेंडा विकास प्राधिकरणों में संचालक मंडल का गठन और नगरीय निकायों में एल्डरमेन की नियुक्तियां करना था। इस दोनों ही मामलों को लेकर बैठक में नई पॉलिसी तैयार की गई। नई पॉलिसी के आधार पर ही नियुक्तियां और बोर्ड का गठन किया जाएगा।
जिन्हें टिकट नहीं मिला उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी
बताया गया है की बैठक में यह तय हुआ है की बोर्ड और एल्डरमेन में ऐसे नेताओं की नियुक्तियां की जाएगी जिन्होंने , निगम , विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी के लिए खुलकर काम किया था। साथ ही ऐसे नेताओं पर संगठन की नजर रहेगी चुनावों में टिकट के जो दावेदार नेता थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया था। संगठन की बैठक में इसी पॉलिसी के आधार पर काम होगा।
इंदौर में विधायकों से नाम लिए जाएंगे
बताया गया है की इंदौर विकास प्राधिकरण में संचालक मंडल का गठन करने तथा नगर निगम में 12 एल्डरमेन की नियुक्तियों को लेकर शहर भाजपा की बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे, स्थानीय नेताओं के नाम विधायकों से लिए जाएगे। विधायकों से नाम लेकर बंद लिफाफा प्रदेश संगठन के पास भेजा जाएगा। नामों पर मुहर लगने के बाद चयनित नाम जिला कौर कमेटी की बैठक में रखे जाएगे। यहां से हरी झंडी मिलते ही नामों की सूची राज्य सरकार भेज दी जाएगी।
एल्डरमेन की तलाश शुरु
एक अन्य जानकारी के मुताबिक इंदौर नगर निगम में विगत दो साल से एल्डरमेन की नियुक्तियां नहीं की गई है। पूर्व महापौर मालिनी गौड के कार्यकाल में 9 एल्डरमेन की नियुक्तियां राज्य सरकार ने की थी, लेकिन वर्तमान महापौर पुष्यमित्र भार्गव को एल्डरमेन नहीं मिले है।
इंदौर 8 साल से नहीं बना संचालक मंडल
जानकारी के मुताबिक इंदौर विकास प्राधिकरण में विगत आठ साल से पूरा संचालक मंडल का गठन नहीं हुआ है। 2016 में शंकर लालवानी नेतृत्व में पूरा संचालक मंडल बनाया गया था जिसमें अध्यक्ष समेत 8 सदस्य थे। संचालक मंडल का कार्यकाल पूरा होने के बाद तात्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संचालक मंडल बनाने की बजाय केवल शंकर लालवानी को आईडीए का अध्यक्ष दिया था। इसके बाद देवास के नेता जयपालसिंह चावड़ा को शंकर लालवानी के स्थान पर बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया। ऐसी संभावना जताई जा रही है की इस बार मोहन सरकार भोपाल और इंदौर विकास प्राधिकरणों में पूरा संचालक मंडल का गठन करेगी।