स्वतंत्र समय, भोपाल
पूर्व सीएम व पीसीसी ( PCC ) चीफ कमलनाथ के दौर में तो कार्पोरेट कल्चर के आरोप ही लगते थे, लेकिन अब प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी की पीसीसी वाकई कार्पोरेट कल्चर पर ही चलेगी। सरकारी दफ्तर के टाइम से आधा घंटे के अंतर पर सुबह 11 से शाम छह और रविवार को अवकाश। गुरूवार को इसके बोर्ड भी बकायदा गेट पर लगा दिए गए। सुबह-सुबह बोर्ड के कारण चारों ओर से किरकिरी होते देख एक प्रवक्ता ने ही आगे बढक़र बोर्ड उखाड़ फेंके।
PCC में ये बोर्ड किसने लगवाए कोई नहीं बता रहा
अब कांग्रेस इस पर सफाई देते फिर रही है तो भाजपा नेता कांग्रेस की कार्यशैली का जमकर मखौल उड़ाते रहे। असल में पीसीसी ( PCC ) के बाउंड्री गेट से लेकर मुख्य द्वार पर ये बोर्ड लगे हुए थे। सुबह-सुबह ही ये बोर्ड वायरल हो गए। किसने और क्यों लगवाए, यह बताने वाला कोई नहीं था। मीडिया पर खबर चली तो कांग्रेसजन भी जागे। इस बीच भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने चुटकी लेते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल पीसीसी चीफ को सलाह दे डाली कि इतनी तकलीफ भी क्यों की, 5 डे वीक कर लेते, बाकी वेकेशन के लिए आपके आदर्श राहुल तो हैं ही। बीजेपी के एक अन्य प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने तंज कसते हुए कहा- पार्ट टाइम अध्यक्ष की पार्ट टाइम कांग्रेस। शायद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ठीक ही कहते है कि मप्र में कांग्रेस के नेता अभी सत्ता की खुमारी में है।
किरकिरी होते देख तीनों बोर्ड उखाड़े
वो खुद को अभी भी सत्ता में ही समझ रहे हैं। भारी किरकिरी होते देख कांग्रेस प्रवक्ता अमित शर्मा ने तीनों बोर्ड उखाड़ दिए। शर्मा का कहना है कि रेनोवेशन का काम कर रहे लोगों ने गलती से ये बोर्ड गेट लगा दिए। असल में ये बोर्ड अंदर के कार्यालयीन स्टॉफ के लिए बनाए गए हैं। उन लोगों ने बाहर भी लगा दिए। कांग्रेस और हमारा प्रदेश कार्यालय 365 दिन 24 घंटे जनता की सेवा करने वाला है। यहां जनता जर्नादन कभी भी आ सकती है। अन्य प्रवक्ताओं का कहना है रेनोवेशन का काम चल रहा है, उनकी सुविधा के लिए भी ये टाइम तय किया गया है, ताकि सारा काम दो सप्ताह में पूरा हो जाए।