स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
बांग्लादेश ( Bangladesh ) में हालात बहुत खराब हैं। हर जगह लूटपाट हो रही है। जेसोर के जिस जाबिर इंटरनेशनल होटल में भारतीय रुके थे, वहां भीड़ ने आग लगा दी। रजिउल इस्लाम के भाई ने होटल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। उसका पैर टूट गया है। वह किसी तरह जान बचाकर भागे हैं।
5 अगस्त को Bangladesh में जगह-जगह हिंसा हुई
बिजनेस के सिलसिले में असम निवासी रजिउल इस्लाम बांग्लादेश गए थे, लेकिन वहां हुई सियासी उठापटक के बीच हिंसा में फंस गए। 5 अगस्त को बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता छोड़ने के बाद देशभर में जगह-जगह हिंसा हुई। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं और उनके समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है। रजिउल उन 65 लोगों में से हैं, जो बांग्लादेश से जान बचाकर बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के बनगांव पहुंचे है। बचकर लौटे लोगों में कई जख्मी हैं। किसी का पैर टूटा है, तो किसी का हाथ। इनमें भारतीयों के साथ-साथ बांग्लादेशी नागरिक भी हैं, जिन्होंने बिजनेस वीजा पर भारत में शरण ली है
सांसद शाहीन चकलादार का था होटल
रजिउल असम के रहने वाले हैं। वे बांग्लादेश के जेसोर से लौटे हैं। जेसोर में भीड़ ने जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी थी। ये फाइव स्टार होटल अवामी लीग के जनरल सेक्रेटरी और सांसद शाहीन चकलादार का था। हादसे में 25 लोग मारे गए। वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घटना के वक्त होटल में कई भारतीय भी थे। रजिउल बताते हैं, मैं बिजनेस के सिलसिले में बांग्लादेश गया था। मैं टायर एक्सपोर्ट का काम करता हूं।