कोलकाता rape-murder केस : मप्र के 3 हजार से ज्यादा डॉक्टर हड़ताल पर

स्वतंत्र समय, कोलकाता/भोपाल

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर ( rape-murder ) मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को राधागोविंद कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को हिरासत में लिया। एजेंसी ने उन्हें समन भी जारी किया था। वहीं, देशभर में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नया आदेश जारी किया। मंत्रालय ने कहा है कि मेडिकल संस्थानों को हेल्थकेयर वर्कर पर हमले के 6 घंटे के अंदर ही एफआईआर दर्ज करानी होगी।

rape-murder रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल का 7वां दिन

मंत्रालय ने ये फैसला मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर ( rape-murder ) मामले और 14 अगस्त को इसी कॉलेज में हुई हिंसा को लेकर लिया। शुक्रवार को सीबीआई टीम क्राइम सीन पर थ्री डी लेजर स्कैनर लेकर पहुंची। इससे डिजिटल ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा, जिससे पता चल सकता है कि क्राइम सीन पर कितने लोग मौजूद थे। इधर, महिला हेल्थ वर्कर्स की सुरक्षा की मांग कर रहे देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल का आज 7वां दिन है। दिल्ली एम्स और भोपाल एम्स सहित देश के कई अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं ठप हो गई हैं। पश्चिम बंगाल की भाजपा यूनिट भी बंगाल के हर जिले में विरोध-प्रदर्शन कर रही है। उधर, सीएम ममता बनर्जी ने भी दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर कोलकाता में रैली निकाली।

भोपाल, जबलपुर सहित कई स्थानों पर डाक्टरों का प्रदर्शन

ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद हत्या के विरोध में देशभर में डॉक्टर्स का प्रदर्शन जारी है। भोपाल में एम्स के बाद हमीदिया अस्पताल के 250 से ज्यादा जूनियर डॉक्टर्स ने भी गुरुवार रात 12 बजे से काम बंद कर दिया है। इंदौर में भी जूनियर डॉक्टर्स इमरजेंसी केस ही देखेंगे। जबलपुर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, रतलाम में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य डॉक्टर हड़ताल के समर्थन में बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं। इधर, डॉक्टरों की हड़ताल का मामला जबलपुर हाईकोर्ट पहुंच गया। जनहित याचिका में डॉक्टरों की हड़ताल को गलत बताया गया है।

मेडिकल इंटर्न को ड्यूटी पर लेने की तैयारी

भोपाल में हड़ताल से निपटने गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) की डीन डॉ. कविता एन सिंह ने सभी डॉक्टर्स की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। 24 घंटे ड्यूटी पर रहने के आदेश भी जारी किए हैं। साथ ही मेडिकल टीचर्स को इमरजेंसी, ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, वार्ड में तैनात करने के निर्देश सभी डिपार्टमेंट के प्रमुखों को दिए गए हैं। जरूरत पडऩे पर मेडिकल इंटर्न को भी तैनात करने के लिए कहा गया है।