इंदौर में प्रशासन ने सुरेश पटेल की कोठी पर बड़ी कार्रवाई की है, जो हाल ही में तहसीलदार और पटवारी पर फायरिंग करने के आरोपी हैं। आज सुबह पांच बजे प्रशासन की टीम भारी पुलिस बल के साथ उनकी कोठी पर पहुंची। इस दौरान कोठी के मालिक और उनके समर्थकों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन प्रशासन ने चार जेसीबी और एक पोकलेन का उपयोग करके कोठी को तोड़ने का काम शुरू कर दिया।
प्रशासन का कहना है कि सुरेश पटेल की कोठी के खिलाफ अवैध निर्माण को लेकर कार्रवाई की जा रही है। कोठी के मालिक को पहले ही नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। नगर निगम ने सुरेश पटेल को अवैध निर्माण के मामले में नोटिस भेजा था, और जब समय सीमा समाप्त हो गई और कोई कार्रवाई नहीं की गई, तब नगर निगम ने कोठी तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी।
इस घटना के अनुसार, जब तहसीलदार और पटवारी प्रशासन की टीम अवैध निर्माण पर कार्रवाई के लिए सुरेश पटेल के स्थल पर गई थी, तो सुरेश पटेल के सुरक्षा गार्ड ने जमीन की नपती कर रहे अधिकारियों पर गोली चला दी थी। इसके परिणामस्वरूप तनाव उत्पन्न हो गया और अधिकारियों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा।
अधिकारियों की शिकायत पर सुरेश पटेल, प्रदीप मिश्रा, जयकुमार और जयदीप मिश्रा के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज किया गया और चारों पर रासुका भी लगाई गई। जिला कलेक्टर ने आरोपियों की गुंडागर्दी और इलाके में खौफ पैदा करने की निंदा की, जिसके चलते उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। आज नगर निगम ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।