Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर्व पर इंदौर के बाजार हुए गुलजार, राजवाड़ा पर खरीददारी के लिए उमड़ी बहनें, दिखी रौनक

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन के मौके पर बाजार की रौनक वाकई देखने लायक होती है। इस साल भी बाजार गुलजार हो गया है, जहां लोगों ने अपने-अपने तरीके से तैयारी की है। बहनों ने अपने भाइयों के लिए सुंदर और आकर्षक राखियां खरीदी, जबकि भाइयों ने बहनों के लिए उपहार की खरीदारी की। राजवाड़ा के पुराने बाजार से लेकर माल तक, हर जगह रक्षाबंधन की खुशी और उत्साह का माहौल है।

खरीदारी का उत्साह वास्तव में पूरे शहर में दिखा

रक्षाबंधन की खरीदारी का उत्साह वास्तव में पूरे शहर को जीवंत कर देता है। पुराने बाजार में इतनी भीड़ कि चलना भी मुश्किल हो गया और प्रमुख मार्गों से लेकर तंग गलियों तक वाहनों की जाम की स्थिति बन गई, यह इस पर्व की महत्वपूर्णता और लोगों की उत्सुकता को दर्शाता है। कपड़े, आभूषण और अन्य सामान की भरपूर खरीदारी ने इस पर्व को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रविवार की छुट्टी का पूरा लाभ उठाते हुए लोग अपने त्योहार की तैयारी को शानदार तरीके से पूरा कर रहे हैं।

रक्षाबंधन के दौरान ट्रेनों में भारी भीड़

रक्षाबंधन के दौरान ट्रेनों की भीड़ बढ़ना आम बात है, लेकिन इस बार इंदौर रेलवे स्टेशन पर स्थिति काफी गंभीर हो गई है। लंबे दूरी की ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के यात्री भी स्लीपर और इकोनामिक एसी कोच में यात्रा कर रहे हैं, जिससे पैसेंजरों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यह भीड़ इस पर्व की लोकप्रियता और लोगों की यात्रा के प्रति उत्साह को दर्शाती है।

प्लेटफार्म पर यात्रियों की भारी भीड़

इंदौर से रवाना होने वाली ट्रेनों की स्थिति वास्तव में चुनौतीपूर्ण रही है। प्लेटफार्म पर यात्रियों की भारी भीड़ और कई यात्रियों का ट्रेन में सवार न हो पाना इस बात को दर्शाता है कि यात्रा के लिए मांग अत्यधिक थी। रेलवे द्वारा अतिरिक्त कोच लगाना एक सकारात्मक कदम था, लेकिन इस बार की भीड़ को देखते हुए यह भी नाकाफी साबित हुआ। इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए रेलवे को और प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता है।

भाई के घर जाने फ्री में सफर कर सकेंगी बहनें

रक्षाबंधन के मौके पर एआईसीटीएसएल द्वारा महिलाओं के लिए आई-बस और सिटी बसों की सेवाएं निश्शुल्क देना एक शानदार पहल है। इससे शहर की महिलाओं को इस खास दिन यात्रा करने में आसानी होगी और उन्हें किसी भी प्रकार का किराया नहीं देना पड़ेगा। 350 से अधिक सिटी बसों और बीआरटीएस की 59 बसों में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी, जो इस पर्व को और भी खास बना देती है।