द पार्क इंदौर में ‘चलो जमवा’ : गुजरात के जायके का जश्न!

Indore News : द पार्क इंदौर एक बार फिर ले कर आया है एक अनोखा फूड फेस्टिवल, जिसका नाम है “चलो जमवा”। यह फेस्टिवल गुजराती खाने का जश्न है, जिसे प्रसिद्ध गेस्ट शेफ भूपत महाराज ने क्यूरेट किया है। द पार्क इंदौर के ऑल – डे डाइनिंग रेस्टोरेंट एपिसेंटर में 23 अगस्त से 1 सितंबर तक हर शाम 7:30 से 11:30 बजे तक इस फ़ूड फेस्टिवल का आनंद ले सकते है। गेस्ट शेफ भूपत महाराज और शेफ संतोष यादव (एग्जीक्यूटिव शेफ) और उनकी टीम ने गुजरात के विविध और स्वादिष्ट व्यंजनों को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष मेनू तैयार किया है।

27 सालों के अनुभव के साथ, शेफ भूपत महाराज ने गुजराती व्यंजनों को एक नई पहचान दी है। मुंबई में उनके व्यंजनों की मांग हमेशा बनी रहती है। अंबानी परिवार की शादी में उनके द्वारा बनाए गए गुजराती फूड स्टॉल ने सभी का दिल जीत लिया था। भूपत महाराज के हाथों से तैयार किए गए गुप्त मसाले ही उनके व्यंजनों का राज हैं। जमवा की ‘पनीर लिफाफा’ जैसी डिश इन मसालों के कारण ही इतनी लोकप्रिय है।

शेफ संतोष यादव, द पार्क इंदौर के एग्जीक्यूटिव शेफ, ने फूड फेस्टिवल के प्रति अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “हम सभी द पार्क इंदौर में शेफ भूपत महाराज का स्वागत करते हैं। वे हमारे साथ मिलकर गुजरात के स्वादिष्ट खाने को आप तक पहुंचाएंगे। हम बहुत खुश हैं कि हम अपने मेहमानों को गुजराती खाना खिलाकर उन्हें गुजरात की यात्रा का एहसास करा पाएंगे। हमने खास तौर पर एक ऐसा मेनू तैयार किया है जिसमें गुजरात के सभी तरह के स्वाद और बनाने के तरीके शामिल हैं। हमने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक व्यंजन का चयन किया है।

मेनू में विविध व्यंजन शामिल हैं, जिनमें पारंपरिक पसंदीदा पनकी, हांडवो, सतपड़ी की रोटी, थाली पीठ, पनीर लिफाफा, दामनी ढोकला, घुघरा, बाजरा उत्तपम, लिलवा कचोरी, फैंसी ढोकली, वतन साग, तुरिया पटका, गट्टा का साग तक सभी के लिए कुछ न कुछ है। हमें उम्मीद है कि आप सभी को यह खाना बहुत पसंद आएगा और आपको गुजरात का खाने का असली स्वाद मिलेगा।”

इस अवसर पर द पार्क इंदौर के एफ एंड बी डायरेक्टर, श्री सुदीप कांजीलाल ने कहा, “द पार्क में, हम हमेशा अपने मेहमानों के लिए विविध पाक अनुभव लाने के नए तरीके खोजते रहते हैं, और ‘चलो जमवा’ इस प्रतिबद्धता का एक आदर्श उदाहरण है। यह आयोजन सिर्फ खाने-पीने तक सीमित नहीं है; यह स्वादों के माध्यम से कहानियाँ बयाँ करने का एक प्रयास है, जहाँ हर एक व्यंजन गुजरात के इतिहास और संस्कृति की झलक पेश करता है। हम मानते हैं कि ‘चलो जमवा’ हमारे मेहमानों के लिए एक यादगार अनुभव होगा। हम सभी को इस फ़ूड फेस्टिवल में शामिल होने का निमंत्रण देते हैं।”