MP Weather: मध्य प्रदेश में एक बार फिर से भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है, जिससे प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई जगहों पर नदी-नाले उफान पर हैं, और जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने भी प्रदेश में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर, धार, बड़वानी, झाबुआ, अलीराजपुर, रतलाम, मंदसौर, और विदिशा में हल्की बारिश के साथ गरज-चमक की संभावना जताई गई है। इस अलर्ट के चलते संबंधित क्षेत्रों में प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इंदौर में शुक्रवार को 3 इंच बारिश हुई, जिससे शहर की व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो गईं और शिप्रा नदी में बाढ़ आ गई। राजधानी भोपाल में भी रात भर बारिश होती रही, जिससे भदभदा और केरवा डैम के चार गेट खोलने पड़े। कलियासोत डैम से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बड़े तालाब में जल स्तर 1666.80 फीट पहुंचने के कारण दोनों डैम से पानी छोड़ा जा रहा है, ताकि तालाब का स्तर नियंत्रित रहे।
भारी बारिश और डैम से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। जनता को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, श्योपुर, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, नीमच, खरगोन, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, भोपाल, हरदा, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, और अन्य जिलों में तेज बारिश की संभावना है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अगले दो दिनों तक यह स्थिति बनी रहेगी।
मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग ने 23 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 4 इंच या इससे अधिक बारिश होने की संभावना है। साथ ही, प्रदेश के 45 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। बीते शुक्रवार को भोपाल, इंदौर और अन्य जिलों में बारिश हुई थी, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। इस दौरान, इंदौर में करीब 3 इंच, भोपाल में 2 इंच, खंडवा में ढाई इंच, छिंदवाड़ा में पौने 2 इंच, सीधी में आधा इंच, गुना में सवा इंच बारिश दर्ज की गई। धार, रतलाम, उज्जैन, मंडला, सतना समेत कई अन्य जिलों में भी बारिश हुई। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए संबंधित जिलों में प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश में एक सप्ताह तक थमी हुई बारिश के बाद अब एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जिससे प्रदेश के डैमों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है और कई डैमों के गेट खोले जाने की संभावना है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंडला, सिवनी, श्योपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, रायसेन, डिंडौरी, सागर, सीधी, और सिंगरौली में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। अब तक प्रदेश में 79 प्रतिशत, यानी 29.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य से काफी अधिक है। आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना को देखते हुए स्थिति पर प्रशासन की कड़ी नजर है।