शुरू होते ही पीएमश्री धार्मिक Religious Tourism Air Service ने तोड़ा दम

स्वतंत्र समय, इंदौर

प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर सहज आवागमन और पर्यटन को बढ़ावा देने शुरू की गई पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा ( Religious Tourism Air Service ) ने शुरू होते ही दम तोड़ दिया है। यह सेवा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले शुरू की गई थी। इसके अलावा एक और इसी तरह की सेवा पीएम श्री पर्यटन वायु के नाम से की गई थी , लेकिन उसके भी हाल अच्छे नही है।

Religious Tourism Air Service का जिम्मा विमानन विभाग के पास

इनमें से पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा ( Religious Tourism Air Service ) का जिम्मा विभाग पर्यटन विभाग को और पीएम श्री हेली पर्यटन सेवा के संचालन की जिम्मेदारी विमानन विभाग को दी गई थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 16 जून को उज्जैन से पीएम श्री हेली पर्यटन सेवा का शुभारंभ किया था। इसमें हेलीकॉप्टर से दो तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर को इंदौर और भोपाल से जोडा था। इस सेवा का पहले सवार मुंबई का एक परिवार था, जो उज्जैन से ओंकारेश्वर गया था। इसके बाद इस सेवा का हेलीकॉप्टर दूसरी बार उड़ा ही नहीं। इसका कारण यात्री नहीं मिलना बताया जा रहा है।

हेलीकॉप्टरों की संख्या भी बढ़ाना थी

पीएम श्री पर्यटन हेली सेवा में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिलिंर्गों ओंकारेश्वर और महेश्वर को भोपाल और इंदौर से जोडने की शुरूआत की गई। इसमें हेलीकॉप्टर की संख्या को बढ़ाकर प्रदेश के मैहर, दतिया, ओरछा, अन्य धार्मिक, पर्यटन और ऐतिहासिक महत्व के देव स्थलों को भी हवाई यात्रा से जोडने की योजना बनाई गई थी। साथ ही हेलीकॉप्टरों की संख्या भी बढ़ाना थी, जिससे ज्यादा से ज्यादा यात्री सेवा का लाभ ले सकें। लेकिन यह सेवा परवान ही नहीं चढ़ सकी है।

दी जा रही है किराए में राहत

प्रदेश में पीएम श्री वायु सेवा अभी संचालित है। इसमें प्रदेश के आठ शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, खजुराहो समेत अन्य को जोड़ा गया है। हालांकि, इस योजना में भी कुछ रूट पर यात्रियों का रिस्पांस उम्मीद के अनुसार नहीं मिल रहा है। ऐसे में अब सेवा को नियमित रखने के लिए एजेंसी की तरफ से किराए में छूट दी जा रही है। इसके लिए 50 प्रतिशत तक किराया कम किया गया है।