One Time Settlement Scheme : उम्मीद से भी कम पैसा आया इंदौर निगम के खजाने में

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर नगर की इस योजना के तहत निगम के जल कर के बकायादारों को सुविधा देने के लिए शुरू की गई वन टाइम सेटलमेंट योजना ( One Time Settlement Scheme ) में आधा पैसा जमा करा कर खाते को शून्य करने का अंतिम दिन था, लेकिन निगम एक बार फिर बकायदारों को मौका देने के लिए समय अवधि बढ़ाने पर विचार कर रहा है। निगम के अधिकारी एमआईसी को जलकर जमा करने की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। इस पर एमआईसी की स्वीकृति मिलते ही समय अवधि बढ़ा दी जाएंगी।

One Time Settlement Scheme की अवधि बढ़ेगी!

वन टाइम सेटलमेंट योजना ( One Time Settlement Scheme ) की समय अवधि बढ़ाने के पीछे कारण यह बताया जा रहा है की बकायदारों को लाभ देने से निगम के खजाने में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुएए आ जाएंगे, लेकिन निगम का यह दाव फैल गया और मात्र 24 करोड़ रुपए की जमा हो पाए। इसी को देखते हुए निगम बकायदारों के लिए समय अवधि बढ़ाने पर विचार कर रहा है। जानकारी के मुताबिक शहर के नागरिकों और अलग-अलग संस्थानों पर जलकर के 500 करोड रुपए से ज्याना की राशि बकाया है। इन लोगों के द्वारा नए बकाया राशि पिछले कई सालों से नहीं चुकाई जा रही है। निगम के द्वारा इस राशि भी पसूती के लिए बहुत कोशिश की गई लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला है। इस स्थिति में नगर निगम के द्वारा उत्क्ता बकाया राशि को प्राप्त करने के लिए वन टाइम सेटलमेट योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत जो बकाया राशि है उसकी आधि राशि देकर बाकी आधी राशि को माफ करवाया जा सकता है।

पानी की चोरी का मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी

निगम की और से इस योजना में बकाया राशि वाले लोगों को राशि जमा करने के लिए प्रेस्ति किया गया है। इस योजना को 20 दिन के लिए 5 अगस्त से लागू किया गया था। आज इस योजना क आखिरी दिन है। निगम की ओर से नागरिकों की यह चेतावनी दी गई है कि इस योजना के बाद भी यदि आपके द्वारा बकाया राशि जमा नहीं की गई तो फिर आने वाले समय ने में आप पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पानी की की चोरी का मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। इस चेतावनी के माध्यम से निगम के द्वारा नागरिकों को ज्यादा से ज्यादा बकाया राशि जमा करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश की गई है।

राजस्व विभाग के प्रभारी चौहान ने किया दौरा

नगर निगार की महापौर परिषद के सदस्य राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान इस योजना के तहत हो तो कामकाज को देखने लिए विभिन्न जोनल कार्यालय का दौरा किया । उन्होंने अलग अलग जोनल कार्यालय पर जाकर वहां पैसा जमा करने के लिए लोगों से चर्चा की। उन्होंने इन लोगों से पूछा कि उन्हें पैसा जमा करने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है।

निगम के खाते में 24 करोड़ आए

इस योजना के तहत नगर निगम 250 करोड रुपए से ज्यादा की राशि प्राप्त करने का सपना देख रहा था। निगम के द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि किसी भी हालत में 150 करोड रुपार से तो ज्यादा की राशि इस योजना से मिल जाएगी। अब तक इस योजना से नगर निगम के पास कुल 24 करोड़ रुपए आए है।

योजना की अवधि बढ़ाएंगे

नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा महापौर परिषद को एक प्रस्ताव तैयार कर भेजा जा रहा है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सिंगात रथम सेटलमेंट योजना की अवधि को बड़ा दिया जाए। इस योजना की कुछ दिनों तक और निरंतर रखा जाए। और पैसा हासिल कर सके और लोग भी अपने बकाया पैसे अभी इस बोई फैसला नहीं हो सका है।