लंबे समय तक डेस्क पर बैठने से शारीरिक गतिविधि की कमी होती है, जिससे कैलोरी जलने की दर कम हो जाती है और वजन बढ़ सकता है। ऑफिस में उपलब्ध उच्च कैलोरी वाले स्नैक्स और ड्रिंक्स, जैसे कि चिप्स, बिस्कुट, और मीठे पेय पदार्थ, वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। वर्कप्लेस पर तनाव और अत्यधिक काम का दबाव तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ा सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
अस्वस्थ भोजन विकल्प और लंच ब्रेक में अधिक भोजन करने से वजन बढ़ सकता है। नियमित व्यायाम की कमी और लगातार बैठकर काम करने से मेटाबोलिज़्म धीमा हो सकता है। ऑफिस पार्टियों, मीटिंग्स और इवेंट्स में अधिक खाना खाने की आदतें भी वजन बढ़ाने का कारण हो सकती हैं। वर्कप्लेस की वजह से देर से काम करना और नींद की कमी वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती है।
काम की वजह से देर से रात का खाना खाना और उसका उचित पाचन न होना भी वजन बढ़ाने में भूमिका निभा सकता है। ऑफिस में पानी पीने की कमी से शरीर में पानी की रिटेंशन हो सकती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है। वर्कप्लेस में इन फैक्टर्स को ध्यान में रखकर और उनके अनुसार सुधार करके वजन प्रबंधन में मदद मिल सकती है। वजन बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। यहाँ 9 सामान्य कारण दिए गए हैं:
1. अस्वस्थ आहार: उच्च कैलोरी, वसा, और चीनी से भरपूर खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन।
2. शारीरिक गतिविधि की कमी: नियमित व्यायाम या शारीरिक गतिविधि की कमी।
3. तनाव: तनाव और चिंता से जुड़े हार्मोन, जैसे कि कोर्टिसोल, वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं।
4. नींद की कमी: अपर्याप्त नींद से मेटाबोलिज़्म प्रभावित हो सकता है और वजन बढ़ सकता है।
5. हॉर्मोनल असंतुलन: थाइरॉयड या अन्य हार्मोनल समस्याएँ, जैसे कि पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome)।
6. पानी का सेवन कम होना: पानी की कमी से शरीर में पानी की रिटेंशन और वजन बढ़ सकता है।
7. दवाइयों का प्रभाव: कुछ दवाइयाँ वजन बढ़ाने का कारण बन सकती हैं, जैसे कि एंटी-डिप्रेसेंट्स या स्टेरॉयड्स।
8. आनुवंशिकता: परिवार में वजन बढ़ने की प्रवृत्ति भी वजन बढ़ने का कारण हो सकती है।
9. अधिक भोजन की आदतें: बेतरतीब और अत्यधिक भोजन करना, विशेष रूप से रात में।