मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बुजुर्गों के लिए संचालित मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का आगामी शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस योजना के तहत 14 सितंबर 2024 से 26 फरवरी 2025 तक प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। इस योजना का लाभ वे वरिष्ठ नागरिक ले सकते हैं जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। महिलाओं के लिए आयु सीमा में 2 वर्ष की छूट दी गई है, यानी 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएं भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। योजना के अंतर्गत, चयनित तीर्थ-यात्रियों को प्रदेश सरकार द्वारा यात्रा, भोजन, और आवास की सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार, इस बार मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत नागरिकों को वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी, और नागपुर जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। इस अवधि के दौरान, 14 सितंबर 2024 से 26 फरवरी 2025 तक, 15 हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री इन विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्रा करेंगे। योजना के अंतर्गत, सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान सभी आवश्यक सुविधाएं, जैसे कि परिवहन, भोजन, और आवास प्रदान किए जाएंगे, ताकि वे अपनी यात्रा को सुगम और सुरक्षित तरीके से पूरा कर सकें।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने 14 सितंबर 2024 से 26 फरवरी 2025 तक 20 विशेष ट्रेनों के माध्यम से प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने का शेड्यूल जारी किया है।
1. 14 सितंबर: पहली ट्रेन उज्जैन से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसमें उज्जैन के 300, सीहोर के 200, और विदिशा के 279 तीर्थयात्री शामिल होंगे। ट्रेन 19 सितंबर को लौटेगी।
2. 21 सितंबर: दूसरी ट्रेन रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। इसमें इंदौर से 300, उज्जैन से 200, और सीहोर से 279 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 26 सितंबर को लौटेगी।
3. 19 सितंबर: तीसरी ट्रेन मथुरा-वृंदावन के लिए मेघनगर से रवाना होगी। इसमें झाबुआ से 200, रतलाम से 279, और उज्जैन से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 2 अक्टूबर को वापस लौटेगी।
4. 13 अक्टूबर: चौथी ट्रेन उज्जैन से कामाख्या के लिए रवाना होगी। इसमें उज्जैन से 300, शाजापुर से 200, और सीहोर से 279 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 18 अक्टूबर को लौटेगी।
5. 21 अक्टूबर: पांचवीं ट्रेन इंदौर से अमृतसर के लिए रवाना होगी। इसमें इंदौर से 200, धार से 100, उज्जैन से 200, और शिवपुरी से 279 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 24 अक्टूबर को लौटेगी।
6. 5 नवंबर: छठी ट्रेन विदिशा से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसमें सागर से 279 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 10 नवंबर को लौटेगी।
7. 13 नवंबर: सातवीं ट्रेन भोपाल से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। इसमें भोपाल से 300, सीहोर से 200, और नर्मदापुरम से 279 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 18 नवंबर को लौटेगी।
8. 21 नवंबर: आठवीं ट्रेन रीवा से द्वारका के लिए रवाना होगी। इसमें रीवा से 279, सतना से 300, और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 26 नवंबर को लौटेगी।
9. 29 नवंबर: नौवीं ट्रेन दमोह से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसमें दमोह से 279, मैहर से 200, और सतना से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 4 दिसंबर को लौटेगी।
10. 7 दिसंबर: दसवीं ट्रेन कटनी से द्वारका के लिए रवाना होगी। इसमें कटनी से 200, दमोह से 279, और सागर से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 12 दिसंबर को लौटेगी।
11. 15 दिसंबर: ग्यारहवीं ट्रेन सतना से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। इसमें सतना से 279, कटनी से 200, और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 30 दिसंबर को लौटेगी।
12. 23 दिसंबर: बारहवीं ट्रेन खंडवा से जगन्नाथपुरी के लिए रवाना होगी। इसमें खंडवा से 279, नरसिंहपुर से 200, और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 28 दिसंबर को लौटेगी।
13. 31 दिसंबर: तेरहवीं ट्रेन बैतूल से कामाख्या के लिए रवाना होगी। इसमें बैतूल से 279, विदिशा से 300, और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 5 जनवरी को लौटेगी।
14. 8 जनवरी: चौदहवीं ट्रेन सिवनी से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300, और बैतूल से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 13 जनवरी को लौटेगी।
15. 16 जनवरी: पंद्रहवीं ट्रेन छिंदवाड़ा से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। इसमें छिंदवाड़ा से 200, सिवनी-बैतूल से 200, और पंढुर्णा से 179 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 21 जनवरी को लौटेगी।
16. 24 जनवरी: सोलहवीं ट्रेन अनूपपुर से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना होगी। इसमें अनूपपुर से 279, शहडोल से 300, और उमरिया से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 29 जनवरी को लौटेगी।
17. 1 फरवरी: सत्रहवीं ट्रेन उमरिया से शिर्डी के लिए रवाना होगी। इसमें उमरिया से 279, कटनी से 200, और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 4 फरवरी को लौटेगी।
18. 7 फरवरी: अठारहवीं ट्रेन मुरैना से रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। इसमें मुरैना से 279, ग्वालियर से 300, और दतिया से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 12 फरवरी को लौटेगी।
19. 15 फरवरी: उन्नीसवीं ट्रेन छतरपुर से द्वारका के लिए रवाना होगी। इसमें छतरपुर से 279, टीकमगढ़ से 200, और उज्जैन से 300 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 20 फरवरी को लौटेगी।
20. 23 फरवरी: बीसवीं और अंतिम ट्रेन भिंड से नागपुर के लिए रवाना होगी। इसमें भिंड से 279, ग्वालियर से 300, और दतिया से 200 यात्री शामिल होंगे। ट्रेन 26 फरवरी को लौटेगी।
यह शेड्यूल तीर्थयात्रियों को विभिन्न महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की यात्रा कराने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जिससे वे अपनी आस्था को मजबूती से जी सकें और सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठा सकें।