भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से कमजोर वर्ग की लड़कियों की शिक्षा के लिए कार्यरत गैर-सरकारी संस्था, एजुकेट गर्ल्स ने पत्राचार शिक्षा संस्थान के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय के गठन की प्रक्रिया में माध्यमिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से प्रयागराज में दो-दिवसीय पाठ्यवस्तु निर्माण कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया I इस कार्यशाला का उद्देश्य स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों को मुक्त विद्यालयी शिक्षा से जोड़कर उनको सुगम एवं बोधगम्य पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना रहा।
कार्यशाला में समावेशी एवं स्व-शिक्षा केंद्रित पाठ्य सामग्री निर्माण पर विशेष बल दिया गया। स्व-शिक्षा केंद्रित पाठ्य सामग्री के माध्यम से रोज़गारोन्मुखी युवा पीढ़ी तैयार कर, देश के महत्त्वाकांक्षी विकास कार्यक्रमों को अधिक गति प्रदान कर सकते हैंI इसके अतिरिक्त कार्यशाला में लिंग-तटस्थ भाषा और जीवंत चित्रों के साथ छोटे और सरल अध्याय विकसित करने तथा मूल्यांकन के माध्यम से सीखने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सत्र शामिल थे।
उत्तर प्रदेश मुक्त शिक्षा विद्यालय के पाठ्यक्रम को सूचित और समृद्ध करने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान राज्य ओपन स्कूलों की अंतर्दृष्टि साझा की गई। चर्चाओं में एक आकांक्षी समाज के निर्माण के लिए कौशल-केंद्रित, नवीन रणनीति के लाभों पर भी चर्चा की गई, साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में उल्लिखित लक्ष्यों के साथ सहज रूप से संरेखित करने के लिए डिज़ाइन किए गए एक मानकीकृत पाठ्यक्रम पर भी चर्चा की गई।
कार्यशाला में भगवती सिंह, सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की रूपरेखा 2023 को आधार बनाकर पाठ्य सामग्री के विकास पर जोर देते हुए कहा कि, “ऐसी पाठ्य सामग्री विकसित हो जिससे स्कूल से दूर रह गए बच्चों का पढ़ने में मन लगे I पाठ्य-सामग्री रोचक भी बने जिससे शिक्षक के बिना भी बच्चे स्वयं पढ़ने के लिए प्रेरित हो सकें। इसी उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय की स्थापना की जानी है”
एजुकेट गर्ल्स की प्रगति कार्यक्रम की निदेशक गीतिका हिगिंस ने शिक्षा से वंचित बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने पर बल दिया तथा इस दिशा में संस्था के प्रयासों को रेखांकित किया I उन्होंने बताया, “उत्तर प्रदेश में शिक्षा से वंचित बच्चों को राज्य मुक्त विद्यालय की शिक्षा से जोड़कर प्रदेश में साक्षरता स्तर को प्रभावी एवं समावेशी रूप से बढ़ाया जायेगा I इस पहल में पत्राचार शिक्षा संस्थान तथा उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग की सक्रिय भूमिका काफी महत्वपूर्ण हैI”
एजुकेट गर्ल्स के निदेशक ऑपरेशन्स विक्रम सिंह सोलंकी ने शिक्षा की मुख्य धारा से वंचित बच्चों, विशेषकर लड़कियों के लिए सीखने के अवसरों को बढ़ाने में मुक्त शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया और सरकारी संस्थाओं के सामंजस्य में उचित प्रयास करने पर बल दिया।
इस कार्यशाला के द्वारा शिक्षकों, नीति निर्माताओं और हितधारकों को एक साथ लाया गया, जो उत्तर प्रदेश में मुक्त विद्यालयी शिक्षा में नयी क्रांति लाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। उत्तर प्रदेश राज्य मुक्त शिक्षा विद्यालय राज्य भर में शिक्षार्थियों को सुगम, समावेशी और सुलभ शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध रहे ।
कार्यशाला में अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय), पत्राचार शिक्षा संस्थान, उ.प्र., प्रयागराज अजय कुमार द्विवेदी, अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेन्द्र तिवारी, अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) कामता राम पाल, एजुकेट गर्ल्स से निदेशक ऑपरेशन्स विक्रम सिंह सोलंकी, निदेशक प्रगति कार्यक्रम गीतिका हिगिन्स, संस्था के उ.प्र. स्टेट लीड नितिन कुमार झा एवं पत्राचार शिक्षा संस्थान के समस्त कार्मिकों ने सक्रियतापूर्वक प्रतिभाग किया।