Dalit assaulted : दादी-पोते को पीटने का मामला, टीआई सहित 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

स्वतंत्र समय, भोपाल/कटनी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में थाना जीआरपी कटनी के पुलिसकर्मियों द्वारा बुजुर्ग महिला-बच्चे ( Dalit assaulted ) से की गई मारपीट के मामले को संज्ञान में लेते हुए डीआईजी रेलवे को जांच के निर्देश दिए थे। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन थाना प्रभारी अरुणा वाहने सहित प्रधान आरक्षक अजय श्रीवास्तव एवं चार आरक्षक वर्षा दुबे, ओमकार सिरसाम, सोहेब अब्बासी एवं सलमान खान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

सीएम के निर्देश, भविष्य में Dalit assaulted कदाचार न हो

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में इस तरह के कदाचार ( Dalit assaulted ) की पुनरावृत्ति नहीं हो। इसके पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने कटनी जीआरपी थाना प्रभारी के ऑफिस में नाबालिग लडक़े और उसकी दादी के साथ हुई मारपीट का वीडियो पर अपलोड किया है। उन्होंने लिखा- कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्यप्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है। रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं। सीएम साहब! कब रुकेगा दलितों पर अत्याचार।

डीआईजी रेल ने किया सस्पेंड

वीडियो वायरल होने के बाद डीआईजी रेल पुलिस ने शुरूआती जांच में दोषी पाते हुए आरोपी टीआई अरुणा वाहने के साथ ही आरक्षक वर्षा दुबे, ओमकार सिरशाम, सोहेब अब्बासी, सलमान खान, प्रधान आरक्षक अजय श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया है। उधर, कांग्रेस ने कहा- यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। कानून-व्यवस्था के नाम पर गुंडागर्दी की जा रही है। पुलिस ने दलितों पर अत्याचार किया, क्या उनके मकान तोड़े जाएंगे? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने गुरुवार शाम कटनी पहुंचकर पीडि़त परिवार से मुलाकात की। वहीं, भीम आर्मी चीफ और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने एक्स पर लिखा- यही है भाजपा के कुशासन का असली दलित प्रेम।

साफ हो गया कि भाजपा दलित विरोधी है

जीतू पटवारी ने कहा- इस घटना से साफ है कि भाजपा दलित विरोधी है। मप्र के गृहमंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं को छूट देते हैं कि तुम दलितों के चेहरे पर पेशाब करो, उनको पेशाब पिलाओ। उनको उल्टा लटकाओ। घसीट-घसीटकर मारो। पुलिस को भी दलितों पर अत्याचार-अनाचार करने की छूट है। आरोपी टीआई पर एफआईआर क्यों नहीं की गई? पुलिस पर जिसने हमला किया, उनके मकान तोड़े गए। अब पुलिस ने दलितों पर अत्याचार किया, क्या उनका मकान तोड़ा जाएगा?
कटनी एसपी बोले…

जीआरपी थाने का पुराना वीडियो

कटनी एसपी अभिजीत कुमार रंजन ने कहा- वीडियो पुराना है। इसकी जांच एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया को सौंपी गई है। वीडियो में दिख रहे लोग शातिर अपराधी दीपक वंशकार के परिजन हैं। पिछले साल चोरी के अपराध में फरार होने पर उस पर 10 हजार का इनाम रखा गया था। संभवत: इसी के चलते पूछताछ के लिए उसके परिजन को बुलाया गया होगा। जांच के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। इसकी जानकारी रेलवे एसपी जबलपुर को भी दे दी गई है।