Underground Metro को फिलहाल नो…

 विपिन नीमा, इंदौर

बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक 12 किलोमीटर अंडर ग्राउंड मेट्रो ( Underground Metro ) रेल के लिए नए सिरे से सर्वे भी कर लिया, नई सर्वें रिपोर्ट भी सरकार को सौंप दी गईं, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार कोई फैसला नहीं ले पा रही है। इसी बीच एक नई जानकारी यह आई है की फिलहाल सरकार ने नए सिरे से किए गए फिजिबिलिटी सर्वे रिपोर्ट को अमान्य कर दिया है।

हाईकोर्ट से एयरपोर्ट तक Underground Metro ट्रेक बनाया जाएगा

अब यह तय माना जा रहा है की हाईकोर्ट से एयरपोर्ट तक अंडर ग्राउंड मेट्रो ( Underground Metro ) ट्रेक बनाया जाएगा। बंगाली से एयरपोर्ट तक 12 किमी के अंडर ग्राउंड ट्रेक बनाने के लिए पुरानी लागत से तीन गुना बढ़ गई है। अंडर ग्राउंड प्रोजेक्ट के लिए भी यह एक बड़ा कारण है। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर में अंडर ग्राउंड मेट्रो के लिए रास्ता साफ होता नजर आ रहा है। पिछले दिनों मेट्रो कम्पनी के नए एमडी एस कृ ष्ण चैतन्य ने शहर के मेट्रो रुट का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने प्रस्तावित हाईकोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक के 8 किलोमीटर अंडर ग्राउंड वाले हिस्से को भी देखा था। उनके दौरे में कहीं भी यह बात सामने नहीं आई थी की अंडर ग्राउंड मेट्रो का नया रुट तैयार किया जा रहा है। इससे साफ लगता है की सरकार ने बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक 12 किलोमीटर वाले अंडरग्राउंड वाली सर्वे रिपोर्ट को फिलहाल अमान्य कर दिया है।

अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए 80 फीट तक होगी खुदाई

एक बात पते में आई है की बीच शहर से अंडरग्राउंड मेट्रो को निकालने के लिए कई बड़ी-बड़ी बाधाओं को दूर करना पड़ेगा। अधिकारियों ने बताया कि अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए अत्याधुनिक मशीन से जमीन से नीचे 80 फीट तक पहले खुदाई करनी पड़ेगी। जबकि सडक़ के बिजली, पानी, टेलीफोन, गैस जैसी लाइने बिछी हुई है। ऐसे में अंडरग्राउंड खुदाई करना एक बड़ी चुनौती रहेगी। सूत्रों ने बताया गया है की फिलहाल सर्वे रिपोर्ट मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री और विभाग प्रमुख सचिव के बीच घूम रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है की अंडर ग्राउंड मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत तीन गुना बढऩे से क्या सरकार खर्चा करने के लिए राजी हो जाएगी, या फिर साढ़े 8.8 किलोमीटर का हाईकोर्ट से लेकर एयरपोर्ट तक ही ट्रेक रखा जाएगा। इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।

अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन की लम्बाई 240 मीटर और चौड़ाई 24 मीटर

पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक शहर के एमजी रोड क्षेत्र हाईकोर्ट चौराहे से लेकर एयरपोर्ट तक लगभग 8.8 किलोमीटर अंडर ग्राउंड हिस्से में 7 मेट्रो स्टेशन बनाने जाना प्रस्तावित है। स्टेशन के लिए जो स्थान तय किए गए है उनमेंं रीगल चौराहा, राजवाड़ा, छोटा गणपति , बड़ा गणपति , कालानी चौराहा और बीएसएफ के बीच , रामचन्द्र नगर और एयरपोर्ट शामिल है। प्रत्येक स्टेशन डिजाइन एक समान है , जो डिजाइन तय किया गया है उसके मुताबिक एक अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन की लम्बाई 240 मीटर और चौड़ाई 24 मीटर रखी गई है , जबकि इसकी लागत 198 करोड़ रु से 200 करोड़ रुपए आ रही है। अगर नए सर्वे के अनुसार बंगाली चौराहे से एयरपोर्ट तक 12 किलोमीटर अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक बनाया गया तो तो पुरानी लागत से तीन गुना लागत बढ़ जाएगी। इस कारण सरकार इस मामले में फैसला नहीं ले पा रही है। फिलहाल नई सर्वें रिपोर्ट में बढ़ती लागत को लेकर सरकार का मंथन चल रहा है।