चिचोली तहसील के ग्राम असाड़ी का नाम इन दिनों टीवी गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) में 50 लाख रुपये जीतने वाले छात्र बंटी वाडिवा की वजह से सुर्खियों में है। बंटी वाडिवा, जो आदिवासी समाज के पहले युवा हैं, जिन्होंने केबीसी की हॉट सीट पर पहुंचकर 50 लाख रुपये जीते हैं, उन्होंने पूरे जिले को गर्व का अवसर दिया है। उनकी इस उपलब्धि पर न केवल उनका गांव, बल्कि पूरा जिला गर्व महसूस कर रहा है। बंटी की इस सफलता ने स्थानीय समुदाय में प्रेरणा का स्रोत बनने का काम किया है, खासकर उन युवाओं के लिए जो अपने सपनों को साकार करने की आकांक्षा रखते हैं।
27 वर्षीय बंटी वाडिवा, जिन्होंने बीसीए की पढ़ाई की है, 2019 से ही ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) में भाग लेकर करोड़पति बनने का सपना देख रहे थे। उनकी मेहनत और किस्मत ने आखिरकार साथ दिया, और मई 2024 में उनका पंजीयन हो गया। 26 मई को उन्हें ऑडिशन के लिए मुंबई बुलाया गया, और साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी करने के बाद वे केबीसी शो में हिस्सा लेने वाले जिले के पहले प्रतिभागी बन गए। बंटी ने इस शो में 50 लाख रुपये जीतकर न केवल अपने सपने को साकार किया, बल्कि अपने जिले का नाम भी रोशन किया।
बंटी वाडिवा, जो केवल 240 रुपये के बैंक बैलेंस के साथ ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) के सेट पर पहुंचे थे, ने अपनी बुद्धिमत्ता और धैर्य का परिचय देते हुए 50 लाख रुपये जीतकर एक शानदार प्रदर्शन किया। अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर, बंटी ने 50 लाख रुपये के सवाल का सही उत्तर दिया और एक करोड़ रुपये की राशि जीतने के बेहद करीब पहुंच गए। हालांकि, अंतिम सवाल का उत्तर न जानते हुए उन्होंने रिस्क न लेकर 50 लाख रुपये की जीत के साथ खेल से बाहर होने का निर्णय लिया। अमिताभ बच्चन ने भी बंटी की इस समझदारी और खेल की तारीफ की। बंटी का यह सफर 4 सितंबर को टीवी पर प्रसारित किया जाएगा, जिससे उनके गांव और पूरे जिले में उत्साह का माहौल है।
केबीसी में 50 लाख रुपये जीतने वाले बंटी वाडिवा ने अपनी कहानी साझा की है कि आर्थिक तंगी के कारण उन्हें बैतूल में बीसीए की पढ़ाई पूरी करनी पड़ी। एमसीए करने का सपना था, लेकिन भोपाल के निजी कालेज की फीस इतनी अधिक थी कि उनके पिता, जो दो एकड़ खेत के भरोसे परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, उसे नहीं भर पाए। 2019 में अपने गांव असाड़ी लौटकर उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की और केबीसी की हॉट सीट पर पहुंचने का लक्ष्य बनाया। उनका मानना था कि इस मंच पर पहुंचकर वे एक करोड़ रुपये जीतकर अपने संघर्ष को समाप्त कर देंगे।
बंटी वाडिवा ने बताया कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी पर पूरा भरोसा था कि वे केबीसी की हॉट सीट पर बैठकर करोड़पति बनेंगे। हालांकि, 50 लाख रुपये जीतने के बाद उन्हें ऐसा लगा कि मंजिल अब बहुत आसान हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बंटी वाडिवा ने कहा कि 50 लाख रुपये एक बड़ी राशि है, जिससे वह अपनी आगे की पढ़ाई किसी अच्छे कॉलेज में कर सकेंगे और सिविल सेवा की तैयारी भी करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह अपने पिता गुलबू वाडिवा और माता फुल्लोबाई के लिए एक पक्की छत का सपना पूरा करेंगे और छोटे भाई-बहन की पढ़ाई एवं शादी की जिम्मेदारी भी निभा सकेंगे।